तहलका न्यूज,बीकानेर। देश की आन-बान और शान के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीद मेजर जेम्स थॉमस की प्रतिमा आखिरकार 19 साल के लंबे इ ंतजार के बाद लगाई जाएगी। यह प्रतिमा 23 मार्च को दोपहर 4 बजे मेजर पब्लिक पार्क या किसी अन्य गरिमापूर्ण स्थान पर स्थापित करेगी। यह केवल एक निर्णय नहीं,बल्कि जनता की भावना और शहीद के प्रति सम्मान की अभिव्यक्ति है। क्योंकि सरकार और प्रशासन से इस दिशा में कोई सहयोग नहीं मिला। पत्रकारों से रूबरू होते हुए एडवोकेट गोवर्धन सिंह ने बताया कि बीकानेर का यह वीर सपूत देश के लिए शहीद हो गया। लेकिन सरकार और प्रशासन ने उनकी स्मृति को जीवंत बनाए रखने की कोई पहल नहीं की। इतना ही नहीं,शहीद की 88 वर्षीय वृद्ध मां द्वारा प्रशासन और नेताओं को लिखे गए पत्रों का भी कोई जवाब नहीं मिला। इस मौके पर सीताराम चौधरी एवं रामदयाल राजपुरोहित भी मौजूद रहे।

सरकार और नेताओं की बेरुखी
सिंह ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की उदासीनता पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने कहा कि जब कोई सैनिक देश की रक्षा में शहीद होता है, तो सरकार और नेता बड़े-बड़े वादे करते हैं,लेकिन समय बीतने के साथ ही वे अपने वादों को भूल जाते हैं। शहीद मेजर जेम्स थॉमस के परिवार ने कई बार प्रशासन से आग्रह किया कि उनकी स्मृति में क ोई सम्मानजनक स्थान चिन्हित कर वहां प्रतिमा स्थापित की जाए, लेकिन केवल आश्वासन ही मिले। सिंह ने कहा कि यदि प्रशासन इस आयोजन में सहयोग नहीं करता और बाधा उत्पन्न करता है, तो भी यह कार्य हर हाल में संपन्न किया जाएगा। चाहे मुकदमा हो या लाठी, देश के लिए बलिदान देने वाले वीर सपूत का सम्मान हमारी प्राथमिकता है।

कार्यक्रम के ये बनेंगे साक्षी
शहीदों की स्मृति को जीवंत रखना हमारा कर्तव्य है,लेकिन अफसोस की बात है कि सरकार और स्थानीय प्रशासन ने इसमें कोई रुचि नहीं दिखाई। जब हमें हर स्तर पर निराशा मिली,तो हमने खुद आगे बढ़कर यह निर्णय लिया। इस अवसर पर उत्तर प्रदेश के शहीद अशुमान सिंह के पिता,वरिष्ठ जनप्रतिनिधि डॉ.किरोड़ी लाल मीणा सहित कोटा,जयपुर एवं देश के अन्य हिस्सों से शहीद परिवार इस आयोजन में शामिल होंगे।

प्रशासन के पास अब भी है मौका
हालांकि, एडवोकेट गोवर्धन सिंह ने यह भी कहा कि प्रशासन के पास अब भी मौका है कि वह अपनी जिम्मेदारी निभाए और शहीद के सम्मान में कोई उपयुक्त स्थान तय करे। उन्होंने स्पष्ट किया कि अगर प्रशासन कोई सम्मानजनक स्थान प्रदान करता है,तो प्रतिमा वहां स्थापित की जाएगी, अन्यथा वे अपने स्तर पर इसे लगाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

शहीद मेजर जेम्स थॉमस: वीरता की मिसाल
शहीद मेजर जेम्स थॉमस भारतीय सेना के एक वीर अधिकारी थे,जिन्हें क ीर्ति चक्र से सम्मानित किया गया था। देश की रक्षा करते हुए वे शहीद हो गए,उनकी वीरता की गाथा आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है। उनके बलिदान को याद रखने के लिए उनका परिवार और स्थानीय नागरिक लंबे समय से प्रयासरत हैं, लेकिन सरकारी उपेक्षा के चलते यह कार्य अब तक अधूरा था।