तहलका न्यूज,बीकानेर। सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी/एसटी वर्ग के आरक्षण वर्गीकरण को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में आज विभिन्न संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया है, जिसके चलते बीकानेर भी बंद रखा गया है। जिले में बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला। कई व्यापारिक व सामाजिक संगठनों ने एससी/एससटी वर्ग को अपना समर्थन दिया है। लोगों ने स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान नहीं खोले।शहर के सभी निजी और सरकारी स्कूलों सहित कॉलेजों में जिला कलेक्टर के निर्देश पर अवकाश रहा। जिन स्कूलों में बुधवार को मासिक टेस्ट और परीक्षाएं होना थी उनकी तिथि आगे बढ़ा दी गई है, जिसके लिए स्कूलों में विद्यार्थियों को सूचित किया है। वहीं अनुसूचित जाति/ जनजाति आरक्षण बचाओ संघर्ष समिति से जुड़े लोग सुबह कोटगेट पर इक_ा हुए। उन्होंने एक अगस्त को माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एससी एसटी आरक्षण वर्गीकरण पर की गई प्रतिक्रिया का विरोध किया। साथ ही खुले हुए व्यापारिक प्रतिष्ठानों का बंद करवाने का आग्रह किया। बंद के मद्देनजर चप्पे चप्पे पर पुलिस दल तैनात रहा। स्वयं एसपी व अन्य पुलिस अधिकारी राउण्ड लेते नजर आ रहे थे।
रैली निकाली,कलक्टर-एसपी के सामने नारेबाजी
सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी/एसटी वर्ग के आरक्षण वर्गीकरण को लेकर दिए गए फैसले के विरोध में आज विभिन्न संगठनों की ओर से किये गये भारत बंद के तहत संघर्ष समिति की ओर से केईएम रोड से कलेक्ट्रेट तक रैली निकाली गई। रैली के दौरान हाथ में नीले झंड़े लिये समर्थक आरक्षण में वर्गीकरण का विरोध कर रहे थे। बाद में जिला कलक्टर को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इधर बंद का असर देखने के लिए जिला कलेक्टर नमृता वृष्णि और एसपी तेजस्वनी गौतम कोटगेट पहुंचे। इस दौरान वहां आंदोलनकारी भी पहुंच गए। आला अधिकारियों को देखने के बाद नारेबाजी और तेज हो गई। बाद में कलेक्टर और एसपी दोनों ही वहां से निकल गए।
बज्जू में मारपीट से व्यापारी लहुलूहान
बज्जू कस्बे में दुकान बंद कराने के दौरान विवाद हो गया। इस दौरान कुछ लोगों ने मिलकर अशोक कुमार नामक युवक पर हमला बोल दिया। उसके सिर में चोट लगी, जिससे खून आने लगा।दुकान खोलने से नाराज आंदोलनकारी अशोक कुमार से उलझ गए और बात मारपीट तक पहुंच गई। इसके बाद बज्जू के व्यापारियों में आक्रोश है। पुलिस दोनों पक्षों से अलग-अलग बातचीत कर रही है। मारपीट करने वाले युवक मौके से फरार हो गए। पुलिस इनकी तलाश कर रही है।