जयपुर। प्रदेश में नई सरकार के गठन के बाद से ही मंत्रिमंडल को लेकर काउंटडाउन जारी है। इसी बीच अब मंत्रिमंडल के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर तस्वीर साफ हो गई है। 27 दिसम्बर को मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण होने जा रहा है। जिसको लेकर तैयारियों शुरू हो गई है। राजभवन में होने वाले इस समारोह में करीब एक दर्जन से अधिक मंत्रियों को शपथ दिलाई जाने की संभावना है। जानकारी मिल रही है कि किन विधायकों को मंत्री बनाया जाना है। इसको लेकर मंथन हो चुका है और नाम भी फाइनल हो चुका है।
दिल्ली में लगी मंत्रिमंडल के सदस्यों के नाम पर मुहर
प्रदेश में सत्ता बदलने के बाद 15 दिसंबर को नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। साथ ही दो डिप्टी सीएम ने भी उसी दिन शपथ ली। इसके बाद मुख्यमंत्री और दोनों डिप्टी सीएम पिछले एक सप्ताह में दो बार दिल्ली दौरा कर चुके हैं। पीएम नरेंद्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सहित वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर मंत्रिमंडल के सदस्यों के नामों पर चर्चा कर चुके हैं। केंद्रीय नेतृत्व की मंशा के अनुरूप 21 दिसंबर को सीएम ने अपना पैनल राष्ट्रीय नेतृत्व के समक्ष रखा। अब केंद्रीय नेतृत्व ने मंत्रियों के नाम पर अंतिम मुहर लगा दी है।
शपथ के साथ ही मंत्रियों के नाम आएंगे सामने
सीएम भजनलाल शर्मा की ओर से मंत्रियों के नामों का ऐलान नहीं किया जाएगा। जब तक शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा, तब तक यह रहस्य बना रहेगा कि कौन मंत्री बन रहा है। पार्टी के विधायकों को शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण भेजा जाएगा। जिन्हें मंत्री बनाया जाएगा, उन्हें शपथ ग्रहण से ठीक पहले सूचित कर दिया जाएगा। शेष नेताओं को शपथ होने तक इस बात की कानोकान खबर नहीं होगी कि मंत्रिमंडल में कौन कौन शामिल हो रहा है।
मंत्रिमंडल के गठन में देरी पर उठने लगे सवाल
सीएम और दो डिप्टी सीएम के शपथ ग्रहण को 10 दिन पूरे हो गए हैं। मंत्रिमंडल के गठन में हो रही देरी पर विपक्ष के साथ निर्दलीय विधायकों ने भी सवाल उठाना शुरू दिया है। पूर्व में कैबिनेट मंत्री रह चुके निर्दलीय विधायक यूनुस खान ने कहा कि अब भजनलाल सरकार को काम शुरू करना चाहिए। मंत्रिमंडल के गठन में देरी होने और जनता के काम शुरू नहीं होने से लोगों में निराशा है। यूनुस खान का कहना है कि चुनाव के दिनों में बीजेपी के नेताओं ने वादा किया था कि सरकार बनने के दूसरे ही दिन से काम करेंगे जबकि सरकार बने हुए कई दिन हो गए।