




तहलका न्यूज,बीकानेर। प्रदेश में लगातार हो रहे मौसम परिवर्तन को देखते हुए एक बार फिर शिक्षक संगठनों ने स्कूलों का समय बदलने की मांग की है। राजस्थान शिक्षक संघ भगतसिंह,राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय सहित अनेक शिक्षक संगठनों की ओर से शिक्षा मंत्री व शिक्षा निदेशक को पत्र लिखकर 17 मार्च से स्कूलों का समय सुबह 7 बजे से दोपहर एक बजे तक करने का आग्रह किया है। दोनों संगठनों का तर्क है कि राजस्थान की भौगोलिक परिवर्तन को देखते हुए गर्मी का प्रकोप बढऩे लगा है। दिन के तापमान में लगातार हो रही बढ़ोत्तरी के चलते स्कूलों के संचालन में अब परेशानी आने लगी है। ऐसे में विद्यालय समय में परिवर्तन शिविरा पंचांग में संशोधन करते हुए समय परिवर्तन किया जावें। शिक्षक संघ भगत सिंह के प्रदेशाध्यक्ष किशोर पुरोहित ने कहा कि राजस्थान के निजी विद्यालयों ने अपने आप समय का परिवर्तन कर दिया है। लेकिन सरकारी विद्यालयों में ऐसा नहीं हुआ है। राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजकर 1 अप्रैल के स्थान पर 17 मार्च से विद्यालयों का समय 10 से 4 में परिवर्तन कर एक पारी विद्यालयों का समय सुबह का रखने का शिविरा पंचांग में संशोधन का आग्रह किया है।संगठन के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष रवि आचार्य ने बताया कि संगठन के महामंत्री महेंद्र लखारा की और से लिखे गए पत्र में अवगत करवाया गया है कि वर्तमान में राजस्थान प्रदेश में मार्च के महीने में ही 40 डिग्री सेल्सियस के पार तापमान चल रहा है। राजस्थान के अधिकतर हिस्से में लू जैसी स्थिति बन रही है। तपती धूप में आर्थिक दृष्टि से कमजोर विद्यार्थियों को विद्यालय में आवागमन में काफी परेशानी हो रही है। अधिकांश विद्यालयों में तेज धूप से बचाव के लिए पर्याप्त संसाधन भी उपलब्ध नहीं हैं।वहीं दूसरी और राज्य के अधिकतर निजी विद्यालयों ने भी अपने स्तर पर विद्यालय समय में मौसम की परिस्थिति के अनुसार परिवर्तन कर लिया है। यह भी दोहरा मापदण्ड है।आचार्य ने आग्रह किया है कि प्रदेश की भौगोलिक और मौसम की विपरीत परिस्थिति को मध्य नजर रखते हुए समस्त राजकीय एवं शेष निजी विद्यालयों का ग्रीष्मकालीन विद्यालय पंचांग 01 अप्रैल के स्थान पर 15 मार्च से ही लागू की जाय।