तहलका न्यूज,बीकानेर। नगर विकास न्यास को बीकानेर विकास प्राधिकरण को लेकर अब वाही वाही की होड़ सी मची है। जहां केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल इसे अपने प्रयासों का परिणाम बता रहे है तो बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद व्यास इसे अपने कार्यकाल की बड़ी उपलब्धि गिना रहे है। जिनके समर्थक सोशल मीडिया पर विडियो जारी कर इसे अपने नेताजी की सौगात गिना रहे है। केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने भाजपा संगठन की ओर से स्वागत के दौरान भाषण में कहा कि जब कोटा को विकास प्राधिकरण बनाया तब सीएम से दिल्ली में मेरी बात हुई। मैंने उनसे बीकानेर को विकास प्राधिकरण बनाने को कहा। बजट घोषणा में सीएम ने हमारी बात का मान सम्मान रखा। वहीं बीकानेर पश्चिम के विधायक के समर्थक भी उनके किसी एक कार्यक्रम का विडियो जारी कर रहे है। जिसमें भी वे दावा कर रहे है कि बजट तैयार किया जा रहा था तब विकास प्राधिकरण में बीकानेर का नाम नहीं था तो उन्होंने सदन में यह मांग उठाई और सीएम ने उनकी मांग को मानते हुए बीकानेर को यह तोहफा दिया। ऐसे में संगठन की ओर से विकास प्राधिकरण घोषणा के सम्मान में आयोजित क ार्यक्रम में महज पश्चिम के विधायक का सम्मान न करना राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है। साथ ही इस समारोह में 6 विधायकों में से महज एक विधायक का पहुंचने पर भी विपक्ष चटकारें ले रहा है।
सर्किट हाउस में हुई गुप्त मंत्रणा
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार केन्द्रीय मंत्री व बीकानेर पश्चिम के विधायक की सोमवार को सर्किट हाउस में गुप्त मंत्रणा भी हुई है। जिसमें बीकानेर विकास प्राधिकरण को लेकर शहर भर में लगाएं गये अनेक पोस्टरों में केन्द्रीय मंत्री का फोटो नहीं होने,प्राधिकरण को लेकर वाही वाही लूटने जैसे अनेक बिन्दुओं पर आपस में खूब चर्चा हुई है। इतना ही नहीं संगठन के नये अध्यक्ष को लेकर भी केन्द्रीय मंत्री ने विधायक की मंशा जानी है।
नये अध्यक्ष की सुगबुगाहट
बताया जा रहा है कि भाजपा के शहर अध्यक्ष का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद अब भाजपा में नये शहर अध्यक्ष को लेकर चर्चाएं जोर शोर से हो रही है। इसको लेकर अटकलों का बाजार भी गर्म है। सूत्र बताते है कि नये भाजपा अध्यक्ष पद की दौड़ में सबसे आगे महावीर रांका का नाम चल रहा है। वहीं जे पी व्यास व नारायण चोपड़ा बीकानेर पश्चिम के विधायक जेठानंद की पहली पसंद बताएं जा रहे है। हालांकि अध्यक्ष कौन बनेगा। इसका फैसला आने वाले दिनों में होने वाला है। लेकिन भाजपा विधायकों व संगठन में खींचतान को लेकर चल रही चर्चाओं से प्रदेश संगठन चिंतित जरूर नजर आ रहा है।