तहलका न्यूज,बीकानेर।सींथल स्थित गुरुकुल बी.एल. मोहता लर्निंग इस्टीट्यूट में देश की आधी आबादी (नारी शक्ति) के पूर्ण योगदान पर अन्तरराष्ट्रीय मंथन होगा जिसमें देश-विदेश की नामी-गिरामी महिला शख्सियतें सहभागिता करेंगी। अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी के संयोजक प्रोफेसर (डाॅ.) राजेन्द्र कुमार श्रीमाली ने बताया कि महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय बीकानेर एवं स्वामी विवेकानन्द काॅलेज फाॅर प्रोफेशनल स्टडीज सींथल के संयुक्त तत्वावधान में 22-23 नवम्बर 2025 को होने वाले दो दिवसीय अन्तरराष्ट्रीय सेमिनार के ब्रोशर का विमोचन कुलगुरू आचार्य मनोज दीक्षित सहित अतिरिक्त कुलसचिव एवं परीक्षा नियंत्रक डाॅ.बिठ्ठल बिस्सा,कुलसचिव के लिंक अधिकारी डाॅ.राजाराम चोयल, गुरूकुल संस्थाध्यक्ष बाबुलाल मोहता,संस्था निदेशक डाॅ.विजय आचार्य,विश्वविद्यालय प्रतिनिधि एवं अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ.मेघना शर्मा व एकीकृत शिक्षक शिक्षा महाविद्यालय की प्राचार्य डाॅ.रेणु शर्मा,डी.एल.एड. प्राचार्य डाॅ.संतोष व्यास सहित शिक्षाविदों द्वारा किया गया।अन्तरराष्ट्रीय संगोष्ठी के आयोजक बाबुलाल मोहता ने बताया कि देश की आधी आबादी महिलाओं के विभिन्न क्षेत्रों यथा शिक्षा,शिक्षक-शिक्षा,सह-शिक्षा,चिकित्सा,कानून, सेना,घर,परिवार एवं समाज में योगदान पर मंथन किया जायेगा क्योंकि पूरे विश्व में भारत ही एक ऐसा राष्ट्र है जहाँ यत्र नार्यस्तु पुज्यन्ते, रन्मते तत्र देवता की संकल्पना साकार हुई है।विश्वविद्यालय प्रतिनिधि डाॅ.मेघना शर्मा ने बताया कि सेमिनार का मुख्य उद्देश्य महिलाओं के अधिकार एवं सामर्थ्य को बढ़ावा देना है ताकि समाज में व्याप्त पितृ सत्तात्मक प्रवृत्ति,लिंग असमानता और भेदभाव से मुक्ति मिल सके।सेमिनार संयोजक डाॅ.राजेन्द्र कुमार श्रीमाली के अनुसार सेमिनार में देश-विदेश में आए शिक्षाविदों से प्राप्त आलेखों को आई.एस.एस.एन.जर्नल एवं आई.एस.बी.एन.पुस्तक में पिरोया जायेगा। इस हेतु विभिन्न समितियों का गठन कर जिम्मेदारियां सौंपी गई है।