तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले में सोलर कंपनियों द्वारा खेजड़ी वृक्षों की अंधाधुंध कटाई को लेकर खेजड़ी बचाओ पर्यावरण बचाओ संघर्ष समिति की ओर से चलाए जा रहे आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। स्थानीय मंत्रियों, विधायकों और जिला प्रशासन की ओर से किसी प्रकार की सुनवाई नहीं होने पर समिति अब 2 अक्टूबर से आरपार की लड़ाई लड़ेगी। पत्रकार वार्ता में जानकारी देते हुए समिति के अध्यक्ष मोखराम धारणिया ने बताया कि नोखा स्थित मुकाम में 2 अक्टूबर को मुख्यमंत्री के संभावित आगमन पर उनसे मुलाकात कर कानूनी प्रावधानों में बदलाव पर चर्चा की जाएगी। और राज्य सरकार को कानून बनाने के लिए दबाव बनाया जाएगा।अगर इस के बाद भी सुनवाई नहीं होती है तो तीन या चार अक्टूबर को सर्व समाज की बैठक कर बड़ा आंदोलन किया जाएगा। समिति के महासचिव रामकिशन डेलू ने बताया कि समिति की ओर से स्थानीय नेताओं को 12 सूत्री बिंदुओं का ज्ञापन सोपा गया है। जिसमें वृक्ष सुरक्षा कानून बनाने,खेजड़ी की कटाई पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने, सोलर कंपनियों की चार दिवारी में शेष बची खेजडियों की गिनती करवाने,पेड़ों की कटाई पर एक लाख का जुर्माना तथा 7 साल का कारावास का प्रावधान बनाने,भ्रष्ट वन कर्मियों के खिलाफ कठोर कानूनी प्रावधान बनाने जैसी मांगों को तत्काल प्रभाव से लागू करने की गुहार लगाई गई। लेकिन अभी तक किसी भी प्रकार से सरकार व जिला प्रशासन की ओर से कोई सुनवाई नहीं की जा रही है। प्रेस वार्ता में किशोर सिंह भाटी वह जेठाराम लाखुसर भी मौजूद रहे।
निकल जाएगी जन जागरूकता यात्रा
डेलू ने बताया कि अब समिति किसने और आम जन को जागरूक करने के उद्देश्य से 15 अक्टूबर से जन जागरूकता यात्रा निकलेगी जो जिले के सभी तहसीलों में जाएगी। इस यात्रा के माध्यम से आमजन व किसानों को खेजड़ी की कटाई से होने वाले नुकसान और पर्यावरण असंतुलन के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ सोलर कंपनियों को अपनी जमीन नहीं बचने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
सोमवार से शुरू होगा आमरण अनशन
समिति से जुड़े शिवदान मेघवाल ने बताया कि कलेक्ट्रेट के समक्ष लंबे समय से दिए जा रहे धरने को लेकर प्रशासन गंभीर नहीं है। जो अत्यंत पीड़ा दायक है। सरकार और प्रशासन का ध्यान आकर्षण करने के उद्देश्य से सोमवार से समिति की महिला कार्यकर्ता अलका विश्नोई आमरण आसान शुरू करेगी।