




तहलका न्यूज,बीकानेर। ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के उपायुक्त व संयुक्त शासन सचिव द्वितीय रामनारायण बडगुजर ने मुख्य कार्यक ारी अधिकारी जिला परिषद बीकानेर व चूरू को आदेशित कर सहायक प्रशासनिक अधिकारी अजीत सिंह के विरूद्ध कनिष्ठ लिपिक से वरिष्ठ लिपिक पद पर पदोन्नति निरस्त होने के बाद आगामी पदोन्नतियां प्राप्त करने की जांच करने को कहा है। बताया जा रहा है कि जिला परिषद चूरू ने 14 जनवरी 16 को अजीत सिंह को कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक पद पर पदोन्नति कर दी थी। जिसकी शिकायत के बाद चूरू ने तो इस पदोन्नति को निरस्त कर दिया था। लेेकिन जिला परिषद बीकानेर और बीडीओ लूणकरणसर ने अजीत सिंह के चूरू के 2016 के आदेश को खुर्द बुर्द कर वरिष्ठ सहायक से सहायक प्रशासनिक अधिकारी के पद पर पदोन्नत कर दिया। इन दोनों ही पदोन्नतियों में अजीत सिंह द्वारा पदोन्नति को निरस्त करने के तथ्य को छुपाया गया। अब मंत्री के विशिष्ट सहायक जयनारायण मीणा व संयुक्त शासन सचिव ने 24 अप्रेल को आदेश निकालकर आगामी पदोन्नतियां प्राप्त करने की जांच कर 5 दिनों में पूरी रिपोर्ट विभाग को देने के निर्देश दिए है।
जयपुर निवासी की शिकायत के बाद मामला आया प्रकाश में
जानकारी मिली है कि न्यू सांगानेर रोड जयपुर निवासी रामलाल मेघवाल द्वारा विभागीय शिकायत की गई थी। जिसमें बताया गया था कि अजीत सिंह की ज्वानिंग के समय शैक्षणिक योग्यता 12 वीं पास नहीं थी। जिसकी वजह से उन्हें बीकानेर में ज्वाइन नहीं करवाया गया तो उन्होंने चूरू में ज्वाइन कर लिया। शैक्षणिक तथ्यों के अभाव में अजीत सिंह की पदोन्नति के निरस्त के आदेश चूरू जिला परिषद ने तो जारी कर दिए थे। किन्तु बीकानेर जिला परिषद व लूणकरणसर बीडीओ कार्यालय में ये निरस्तीकरण के आदेश भोला राम के जीव की तरह फाइलों में गुम हो गये। जिसके चलते अजीत सिंह को दो दो पदोन्नति मिल गई।