तहलका न्यूज,बीकानेर। आधुनिक युग में रोबोटिक्स तथा एआई आधारित उत्पाद निर्माण के दम पर मेडिकल क्षेत्र में रोबोटिक सर्जरी जैसे इन्नोवेशन सम्भव हो पाए हैं। अधुनिक तकनीक निर्माण में विभिन्न सेंसर के साथ हासिल किए गए सिग्नल्स की कंडीशनिंग तथा एम्प्लिफिकेशन आधारित प्रोसेसिंग की भूमिका अतिमहत्वपूर्ण होती है।इलेक्ट्रोनिक सिस्टम्स में सिग्नल प्रोसेसिंग की प्रैक्टिकल समझ विकसित करने के लिए इंजीनियरिंग कॉलेज बीकानेर की इन्नोवेशन सैल तथा इलेक्ट्रोनिक्स इंस्ट्रूमेंटेशन तथा कंट्रोल इंजीनियरिंग विभाग ने सयुक्त रूप से तीन दिवसीय टेक्नीकल वर्कशॉप का आयोजन किया गया जिसका समापन आज 26 फरवरी 2024 को हुआ।टेक्नीकल वर्कशॉप के पहले दिन 23 फरवरी को इलेक्ट्रोनिक्स इंस्ट्रूमेंटेशन तथा कंट्रोल विभागाध्यक्ष हरजीत सिह की अध्यक्षता में उद्घाटन सत्र के साथ शुरूआत हुई। प्रथम सत्र में आईआईटी मुम्बई मे सीनियर रिसर्च फैलो के रूप में कार्यरत ईसीबी के पूर्वछात्र जयंत कालरा ने इलेक्ट्रोनिक सिग्नल्स तथा इनकी विशेषताओ के बारे में बताया। वर्कशॉप की फैकल्टी कोर्डिनेटर श्रीमती पूजा भारद्वाज ने सिग्नल्स की प्रोसेसिंग में जरूरी विभिन्न प्रोसेस पर व्याख्यान दिया।दूसरे दिन वर्कशोप के मुख्य ट्रेनर जयंत कालरा ने मैट्लैब तथा पायथन सॉफ्टवेयर्स के साथ सिग्नल्स के विभिन्न रूपांतरणो के साथ एनालीसिस तकनींको पर व्यवहारिक ट्रेनिंग प्रदान करते हुए ग्यानपूर्ण प्रायोगिक सत्र का आयोजन किया गया।तीसरे दिन प्रथाम सत्र में कारक्रम समन्विका श्रीमती पूजा भरद्वाज ने विभिन्न प्रकार की फिल्टरिंग तकनीको की जानकारी साझा की तथा जंयत कालरा ने रोबोटिक्स, एआई तथा बायोमेडिकल के क्षेत्र में सिगनल प्रोसेसिंग के अनुप्रयोग के साथ बेहतर तथा सटीक तकनीक निर्माण पर जानकारिया प्रदान की। ट्रेनर जयंत तथ स्टूडेंट कोर्डिनेटर विकास ने विभिन्न तकनीकी समस्याओ के पाइथन तथ मैट लैब आधारित प्रोब्लम्स पर चर्चा की।