तहलका न्यूज,बीकानेर। एक ओर तो केन्द्र की एनडीए सरकार नेशनल हाईवे के विकास की बात करते हुए टोल टैक्स की वसूल कर इनके उत्तरोतर विकास का दावा करते है। किन्तु राजस्थान राज्य राजमार्ग प्राधिकरण पीआइयू के महाप्रबंधक तकनीकी सह परियोजना निदेशक बहादुर सिंह कालोडिया ने अजीतगढ़-चला एसएच-13 सिंघाना वाया बुहाना राज्य बीमा सीमा,बीदासर-नोखा एच एच 20 राज्य राजमार्ग पर टोल संग्रहण के कार्य को बंद करने का आदेश संग्रहण कंपनी को दिया है। जिसके चलते 25 तारीख सुबह 8 बजे से टोल प्लाजाओं पर टोल शुल्क लेने की प्रक्रिया बंद पड़ी है। पड़ताल में सामने आया है कि बीदासर-नोखा रोड सहित अनेक टोल पर पीडब्लूडी द्वारा टैंडर प्रक्रिया चार बार निकाली गई। लेकिन किसी भी फर्म की ओर से इस निविदा प्रक्रिया में रूचि नहीं दिखाई गई। जिसके चलते एक भी कंपनी ने निविदा नहीं भरी। बताया जा रहा है कि जो निविदा निकाली गई। उसमें दी गई रेट ज्यादा होने के कारण कंपनियां रूचि नहीं दिखा रही है। जिसके चलते पिछले 48 घंटे में टोल वसूली नहीं होने से राज्य सरकार को लाखों रूपये का राजस्व नुकसान भी हो रहा है। जानकारी मिली है कि इस प्रोजेक्ट में चार टोल बूथ आते है। जहां से हजारों छोटे व बड़े वाहन निकलते है। टोल प्लाजा मैनेजर नरेश सिंह से जब तहलका न्यूज संवाददाता ने बात की तो उन्होंने बताया कि हालांकि टोल शुल्क संग्रहण का करार 21 जून को ही खत्म हो गया। परन्तु पीडब्लूडी सीकर के एक अधिकारी की लापरवाही के कारण कोई कंपनी आगामी करार नहीं करना चाहती। उसका बड़ा कारण निविदा में तय की गई रेट है। इस वजह से हमारी कंपनी सहित अनेक टोल प्लाजा कंपनी ने आगामी करार के लिये मनाही कर दी। जिसके चलते केवल सरकार को राजस्व का घाटा हो रहा है।