तहलका न्यूज,बीकानेर। जयपुर रोड पर स्थित एक रेस्टोरेंट में देर रात आग लगने से दो जनों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि लाखों रुपए का सामान जलकर राख हो गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर गैस सप्लाई की लाइन को बंद किया, इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका। मरने वाले दो युवकों में एक बिहार का और दूसरा नया गांव कोलायत का रहने वाला है। आग बुझाने के लिए एक दर्जन फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंची। जयनारायण व्यास पुलिस के अनुसार एक रेस्टोरेंट में रात करीब दो बजे आग लगी, जिसे सुबह करीब साढ़े छह बजे तक बुझाया गया। आग बुझने के बाद पुलिस को मौके पर दो युवकों की लाश मिली। रेस्टोरेंट के संचालक राजेश रावत ने मृतक की पहचान राकेश कुमार पुत्र हरे कृष्ण निवासी पटना बिहार और धने सिंह पुत्र ज्ञान सिंह निवासी नया गांव कोलायत के रूप में की है। दोनों युवकों की उम्र 24 साल बताई जा रही है। मृतकों के शव मोर्चरी में रखा गया है। शव पूरी तरह जल चुकी है। परिजनों को सूचना दी गई है, जो शव की पुष्टि करेंगे, इसके बाद ही पोस्टमार्टम होगा।अभी ये स्पष्ट नहीं हो पाया है कि आग कैसे लगी? प्रथम दृष्ट्या माना जा रहा है कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी। दो मंजिला इमारत में पहले ग्राउंड फ्लोर पर आग लगी, इसके बाद फर्स्ट फ्लोर पर आग पहुंची। दोनों मजदूर भी फर्स्ट फ्लोर पर ही सो रहे थे। यहीं पर सिलेंडर भी रखे हुए थे। संभवत: उनमें भी आग पहुंची है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड को बुलाया। इसके बाद आग पर काबू पाया जा सका।बीछवाल फायर स्टेशन के इंचार्ज जगवीर सिंह ने बताया कि आग लगने की सूचना रात करीब 2.20 बजे मिली थी। इसके बाद फायर स्टेशन और थानों के आगे खड़ी सभी फायर ब्रिगेड मौके पर रवाना कर दी गई। सुबह साढ़े छह बजे तक आग पर काबू पाया जा सका। खाओसा रेस्टोरेंट पूरी तरह जलकर राख हो गया है।
निगम व प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
जयपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट में आग की चपेट में आने दो युवकों की मौत का मामला गर्मा गया है। रेस्टोरेंट संचालक व निगम प्रशासन की लापरवाही के विरोध में भगवान सिंह मेडतिया व श्याम सिंह हाडलां की अगुवाई में मृतकों के परिजनों व अन्य लोगों ने मोर्चरी के आगे धरना देकर रोष जताया। इन धरनार्थियों का कहना था कि नियम कायदों की अनदेखी के कारण यह हादसा हुआ। जिसमें दो जनों की मौत हो गई है। निगम की ओर से ऐसे रेस्टोरेंटों के न तो फायर सिस्टम चैक किया जाता है और न ही सुरक्षा के उपकरणों की जांच होती है। इतना ही नहीं रेस्टोरेंट निर्माण में भी असावधानियां बरती गई जिसे भी दरकिनार कर इसे रेस्टोरेंट चलाने की अनुमति विभागों की ओर से दी गई है। धरनार्थियों ने मृतकों के परिजनों को मुआवजा देने की मांग करते हुए रेस्टोरेंट संचालक के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग भी की है। बाद में पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों द्वारा धरनार्थियों की मांगें माने जाने पर धरना उठाया गया।