तहलका न्यूज,बीकानेर। समाज के लिये अभिशाप बनती जा रही दहेज प्रथा को आईना दिखाते हुए दो युवाओं ने बिना दहेज के विवाह कर एक ऐसी नजीर पेश की है। जिसने समाज में दहेज प्रथा से मुक्ति का संदेश दिया है। जी हां राजस्थान पुलिस में डीआर कास्टेबल सांवरलाल डेलू की दो पुत्रियों की शादी 2 अप्रेल को मुरलीधर व्यास कॉलोनी स्थित उनके आवास पर नोखा निवासी मोहित खीचड और कुदसू नोखा निवासी आयुष भादू के साथ सम्पन्न हुई। इस विवाह समारोह में दोनों युवाओं को सामाजिक रस्म के तौर पर दी जाने वाली राशि लेने से इंकार कर महज आशीर्वाद के रूप में सिर्फ एक सौ एक रुपया और नारियल स्वीकार किया। इन दोनों युवाओं के इस फैसले की पूरे समाज व इलाके में सराहना हो रही है। गौरतलब रहे कि मोहित पेशे से अधिवक्ता है व आयुष जिला परिषद के सदस्य है।
दोनों दूल्हों का कहना है,हम खुद सक्षम हैं और दहेज जैसी कुप्रथाओं को मिटाना हमारी जिम्मेदारी है। जब शिक्षित लोग इस बदलाव की शुरुआत करे ंगे,तभी समाज आगे बढ़ेगा। शादी में मौजूद सभी लोगों ने दूल्हों के इस साहसिक फैसले की सराहना की और नवविवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। सादगीपूर्ण शादी संपन्न होने के बाद दोनों दुल्हे एक सौ एक रुपया और नारियल लेकर दुल्हन को विदा कर अपने घर ले गये।