तहलका न्यूज़,बीकानेर। छत्तरगढ़ क्षेत्र में मंगलवार को एक अनियंत्रित बोलेरो गाड़ी इंदिरा गांधी नजर में जा गिरी। इसमें सवार बाप-बेटे दोनों नहर में डूब गए, जिसमें बेटे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन पिता की डूबने से मौत हो गई। बड़ी मशक्कत के बाद उसका शव बाहर निकाल लिया गया है। दोनों किसी काम से जल्दबाजी में जा रहे थे लेकिन रास्ते में नहर के पास ही बोलेरो पर नियंत्रण नहीं रहा। ऐसे में मुख्य नहर में जा गिरी।मंगलवार सुबह दोनों बाप-बेटे बशीर और अशरफ किसी काम से जा रहे थे। बेटा अशरफ बोलेरो चला रहा था। अचानक बोलेरो अनियंत्रित हो गई और नहर में जा गिरी। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस और एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंची। काफी मशक्कत के बाद बेटे अशरफ को जिंदा बाहर निकाल लिया गया। वहीं बाप बशीर की तलाश की गई। करीब तीन घंटे बाद बशीर का शव तैरता हुआ ऊपर आ गया तो एसडीआरएफ के जवानों ने इसे बाहर निकाला। बोलेरो गाड़ी भी नहर में डूब गई थी, इसे भी बाहर निकाल लिया गया है। पानी का बहाव जिस दिशा में था, उसी दिशा में एसडीआरएफ तलाश कर रही थी। इस बीच किसी को शव तैरता हुआ नजर आ गया। थानाधिकारी जयकुमार भादू स्वयं मौके पर है और तलाशी कार्य का निरीक्षण कर रहे थे। शव अब छत्तरगढ़ अस्पताल की मोर्चरी पहुंचाया गया है, जहां पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंपा जाएगा। एसडीआरएफ की टीम के दस सदस्य मौके पर पहुंच गए। बोलेरो कैंपर में सवार होकर पिता व पुत्र घर के ही किसी काम से जा रहे थे। बेटा गाड़ी चला रहा था लेकिन पारंगत नहीं होने के कारण कैंपर गाड़ी अंनियत्रित हो गई और नहर में गिर गई।