तहलका न्यूज,बीकानेर। राजस्थान शिक्षक संघ प्रगतिशील ने केंद्र सरकार द्वारा घोषित यूनिफाइड पेंशन योजना यूपीएस को अस्वीकार किया है।आर पार संघर्ष क़ी रणनीति तय क़ी जा रही है।संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बनाराम चौधरी एवं प्रदेश मुख्य महामंत्री पूनमचंद बिश्नोई ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि केंद्र सरकार ने आम कार्मिकों एवं शिक्षकों को भ्रमित करने के लिए एनपीएस का नाम बदलकर यूपीएस कर दिया है यह योजना आंध्र प्रदेश सरकार की आश्वस्त पेंशन योजना की नकल है, यह केवल एनपीएस में सुधार नहीं केवल नाम बदलकर आम कर्मचारी वर्ग व शिक्षकों को भर्मित का प्रयास है जो शिक्षकों को स्वीकार नहीं है।प्रदेश महामंत्री यतीश वर्मा ने कहा कि वर्तमान में राजस्थान राज्य में पुरानी पेंशन योजना लागू है संगठन ने सरकार को आगाह किया है कि, राज्य में लागू ओपीएस योजना के साथ छेड़छाड़ करने की हिमाकत नहीं करें अन्यथा राज्य के शिक्षक आंदोलन करेंगे एवं आगामी विधानसभा उपचुनाव में सत्ता पक्ष का विरोध करेंगे।संगठन के मुख्य महामंत्री पूनम चन्द बिश्नोई ने राज्य सरकार को स्पष्ट संदेश दिया है कि राजस्थान में पिछली सरकार द्वारा दी गई ओपीएस की जगह यूपीएस लागू की गई तो राजस्थान के लाखों शिक्षक अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर आंदोलन को तेवर को तेज करेंगे।संगठन के मुख्य महामंत्री पूनम चन्द बिश्नोई ने राज्य के तमाम शिक्षकों से आवाहन किया है कि अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के बैनर तले ओपीएस की बहाली एवं राजस्थान में ओपीएस को बरकरार रखने को लेकर पूरे भारत के जिला मुख्यालयों पर 26 सितंबर  को विशाल धरने प्रदर्शन रैली आयोजित कर यूपीएस के खिलाफ भारत के प्रधानमंत्री को कलेक्टरों के माध्यम से ज्ञापन देने का कार्यक्रम निर्धारित किया गया है जिसमें राजस्थान की तमाम शिक्षकों की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। जिलाध्यक्ष आनंद पारीक ने कहा कि राज्य के आह्वान पर बीकानेर जिले के तमाम शिक्षक 26 सितंबर को जिला कलेक्टर कार्यालय के आगे विशाल धरना देकर,प्रदर्शन करके ज्ञापन देंगे।