तहलका न्यूज,बीकानेर। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा उपराष्ट्रपति पद से जगदीप धनखड़ का इस्तीफा देना,रहस्य बना हुआ है। यह मामूली घटना नहीं है,देश को इसका स्पष्टीकरण देना पड़ता है। बीकानेर प्रवास के दौरान गहलोत ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान यह बात कही। उन्होंने कहा कि धनखड़ का जो एपिसोड हुआ है,तब से सरकार खुद डिफेंस में आ गई है। इस संवैधानिक पद पर बैठे धनखड़ से कांग्रेस को बहुत शिकायत रही है। ये रहस्य बना हुआ है कि उन्हें त्याग-पत्र के लिए मजबूर किया गया या उन्होंने खुद इस्तीफा दिया। गहलोत ने आरोप लगाया कि संसद में विपक्ष के सवालों का जवाब नहीं दिया गया। गहलोत ने कहा कि लोकतांत्रिक देश में सरकार की जवाबदेही होती है लेकिनभाजपा सरकार चाहे वो केंद्र में हो या राज्य में दोनों जगह का शासन तानाशाह तरीके से चल रहा है। देश का माहौल खराब है जिस देश की संस्कृति सर्व धर्म समभाव वाली हो जिसने सभी धर्मों का आदर होता है।उस देश में भाजपा और आरएसएस जैसी विचारधारा हिन्दू राष्ट्र के नाम पर वैमनस्य फैला रहे है।भारतीय उच्च न्यायालय के आदेशों को नहीं मानना भाजपा के संविधान को नहीं मानने का जीता जागता उदाहरण है।

केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा
गहलोत ने कहा कि ईडी,इनकम टैक्स,सीबीआई देश की प्रीमियर एजेंसियां है। जहां पर फाइनेंशियल अनियमितता होती है,फ्रॉड होते हैं,क्राइम होते हैं। उसके लिए ये अच्छी एजेंसियां हैं। मोदी के आने के बाद दुरूपयोग हुआ है, उससे पूरे देश के अंदर आतंक मच गया। ईडी ने 193 केस रजिस्टर किए।गवर्नमेंट का जवाब है सिर्फ दो केस में इनको सफलता मिली। कितने लोगों को तंग किया गया होगा। उनके घरों में गए होंगे,छापे डाले होंगे। माता- बहनों पर क्या बीती होगी? 18- 18 घंटे नहीं कई-कई दिन तक वहां रहते हैं। ये जो स्थिति हैं ये बहुत ही खतरनाक स्थिति रही है। ये तो सुप्रीम कोर्ट ने जब कुछ कमेंट किए,तब थोड़ा बहुत फर्क पड़ा है।

चूक कहां हुई? इसका जवाब नहीं आ रहा
गहलोत ने सवाल उठाया कि पहलगाम जैसी बड़ी घटना के बाद न तो गृह मंत्री ने और न किसी और मंत्री ने इस्तीफा दिया। एजेंसी के किसी हेड ने इस्तीफा नहीं दिया। इतनी बड़ी घटना के बाद आप किनको सजा दे रहे हो ? चूक क हां हुई इसकी इन्क्वायरी हुई है क्या? कोई रिपोर्ट नहीं आ रही है।संसद में कांग्रेस के राहुल,प्रियंका,गौरव गोगोई,अखिलेश यादव ने जो मुद्दे उठाए,उनका जवाब नहीं दिया। किसी का भी जवाब नहीं दिया गया। जब ऑपरेशन सिंदूर बंद हुआ था,समाप्त हुआ था। तब जो मांग उठी थी कि पार्लियामेंट का सेशन बुलाओ,तो क्या फर्क पड़ता, उसे बुला लेते। इतने लंबे अर्से बाद में लोकसभा शुरू हुई तो उसमें आप पुरानी बात कर रहे हैं। इतिहास को तोड़-मरोड़ के पेश कर रहे हैं।

छात्र संघ चुनाव होने चाहिए
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्रसंघ चुनाव होने चाहिए। बीकानेर में इसी मुद्दे पर उनका पुतला फूंकने के सवाल पर गहलोत बोले लोक तंत्र है,वो कुछ भी कर सकते हैं। गहलोत ने कहा कि मुझे लगता है कि नई शिक्षा नीति से ध्वनि निकल रही है कि पॉलिटिकल एक्टिविटी होनी नहीं चाहिए।जितने नेता निकले हैं,वो छात्र संघ चुनाव से आए। भाजपा में अरुण जेटली सहित अनेक नेता छात्र राजनीति से आए हैं। कई छात्र नेता बाद में मंत्री बने हैं,मुख्यमंत्री बने हैं। बस ये सिलसिला चलता रहना चाहिए। मैं बार-बार मांग कर रहा हूं चुनाव होने चाहिए।