तहलका न्यूज,बीकानेर। शुद्ध के लिये युद्ध के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से जिले भर में मिलावटखोरों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। उसके बाद भी मिलावटखोर बेखौफ होकर मिलावटी सामान व अवधिपार सामान बेचने से बाज नहीं आ रहे है। आज तो मिलावटखोर ने हद ही कर दी। एक प्राइवेट डेयरी पर महज सात सौ रुपए में दो किलो घी बेचा जा रहा था। स्वास्थ्य महकमें की टीम यहां घी की पड़ताल करने पहुंची तो यहां काम करने वाला कर्मचारी भाग खड़ा हुआ और डेयरी मालिक घंटों इंतजार के बाद भी नहीं आया। फिलहाल हेल्थ डिपार्टमेंट के अधिक ारियों ने डेयरी सीज कर दी है और घी सहित कई उत्पादों के नमूने जांच के लिए भेज दिए हैं।दरअसल, सुभाषपुरा में नवीन डेयरी पर स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है। ये डेयरी महज सात सौ रुपए में दो किलो घी बेच रही थी। घी की रेट तो सात सौ रुपए किलो है लेकिन एक किलो घी पर एक किलो घी फ्री है। ऐसे में ग्राहक को महज साढ़े तीन सौ रुपए में एक किलो घी मिल रहा था। पिछले कुछ दिनों में यहां ग्राहकी भी बढ़ गई। हेल्थ डिपार्टमेंट को किसी ने शिकायत कर दी। एक टीम यहां मौके पर पहुंच गई। क्षेत्र के भाजपा नेता श्याम सिंह हाडला ने ही शिकायत की थी। उनकी सूचना पर पहुंचे अधिकारियों को देखकर डेयरी पर बैठा कर्मचारी भाग छूटा और डेयरी के मालिक को फोन किया गया लेकिन वो नहीं आया। अधिकारियों को आ रहा हूं… आ रहा हूं। करता रहा लेकिन तीन घंटे तक नहीं आने पर टीम वापस लौट गई। डेयरी को सीज कर दिया गया। जिसमें घी के अलावा रसगुल्ला, दही, पनीर भी रखा हुआ है। इन सभी के नमूने लिए गए हैं। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. राजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि नवीन डेयरी नाम से दुकान खुली है। यहां 700 रुपए में 2 किलो घी बेचा जा रहा है। खाद्य सुरक्षा अधिकारियों की टीम को मौके पर निरीक्षण हेतु भेजा। मोके पर पहुंचते ही दुकानदार अपनी डेयरी छोड़कर भाग गया। वहां 26 किलो घी, 22 किलो रसगुल्ला (एक-एक किलो की पैकिंग में) रखे हुए मिले। मौके पर लाइसेंस न मिलने के कारण नवीन डेयरी को माल सहित सीज कर दिया गया। दूसरी कार्रवाई में टीम द्वारा लक्ष्मी नारायण भंवरलाल की फर्म पर कार्रवाई करते हुए घी अर्जुन तथा ओके ब्रांड व सुमन ब्रांड सोयाबीन तेल, नेचर फ्रेश सरसों के तेल मे मिलावट का संदेह होने पर कुल चार नमूने लिए गए। इन्हें जांच हेतु जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला भिजवाया जाएगा।