तहलका न्यूज,बीकानेर। पेट्रोल में पानी मिलाने को लेकर हुए हंगामें पर अपनी सफाई देते हुए पेट्रोल पंप संचालक श्याम सुन्दर सारण ने कहा कि ग्राहक की ओर से लगाएं गये सभी आरोप निराधार है। वे कंपनी की ओर से भेजा जा रहा शुद्व पेट्रोल ही बेच रहे है। पत्रक ारों को जानकारी देते हुए सारण पेट्रोल पंप के संचालक ने बताया कि पेट्रोल व एथनॉल के मिश्रण में मामूली नमी से पेट्रोल में पानी नजर आता है। इसी भ्रम के चलते ग्राहक विचलित हो गया और उसने पेट्रोल पंप पर हंगामा मचा दिया। हालांकि उसको संतुष्ट करने के लिये टेस्ट भी किया गया। फिर भी वो मानने को तैयार नहीं हुआ। ऐसे में उसने सोशल मीडिया पर पेट्रोल पंप का गलत विडियो वायरल कर हमें बदनाम क रने का प्रयास किया है। सारण ने स्पष्ट किया है कि तेल के आयात पर निर्भरता कम करने के लिए पेट्रोल में एथेनॉल मिलाने का कार्यक्रम भी शुरू किया गया था। मौजूदा वक्त में कंपनियों की ओर से पेट्रोल में 10 प्रतिशत एथेनॉल मिलाया जाता है।एथेनॉल इको-फ्रैंडली फ्यूल है। एथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है जिसे पेट्रोल में मिलाकर गाडिय़ों में फ्यूल की तरह इस्तेमाल किया जाता है।

ये है मामला
गौरतलब रहे कि तीन दिन पहले सेटेलाइट अस्पताल के सामने पेट्रोल पंप पर पेट्रोल में पानी मिला कर बेचने की बात पर बवाल मच गया।ग्राहकों का आरोप है कि पंप संचालक धोखाधड़ी कर रहा है।जिसका  video भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ। जिसमें एक व्यक्ति पंप पर खड़े संचालक से बोतल दिखाते हुए पेट्रोल में पानी मिलाने की शिकायत कर रहा है।जिसके बाद पंप पर खासी भीड़ जमा हो जाती है। जिसके बाद आज पेट्रोल पंप संचालक ने अपना पक्ष रखा।