तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले के नोखा थाना क्षेत्र के दावा गांव निवासी मृतक हणुताराम मेघवाल की मौत के मामले में लापरवाही चिकित्सक के खिलाफ कार्रवाई करने और मृतक के आश्रितों को मुआवजा देने की मांग को लेकर परिजनों की ओर से दिए गये धरने का समर्थन करने नोखा विधायक सुशीला डूडी समर्थकों धरना स्थल पहुंची। जिसके बाद प्रशासन हरकत में आया और वार्ता की। इस दौरान डूडी की ओर से मृतक परिजनों की रखी मांग पर प्रशासन के प्रतिनिधियों से बातचीत की गई। प्रशासनिक प्रतिनिधियों ने दोनों मांगों पर आश्वासन देने पर सहमति बनी। तब जाकर शव को उठाया गया। जानकारी के अनुसार मेघवाल ने एलर्जी होने के कारण नोखा के निजी क्लिनिक में चेकअप करवाया।जहाँ मृतक के इंजेक्शन लगा कर यह कहा गया कि ठीक हो जाएगा और उसे घर जाने के लिए कहा।मृतक घर पहुंचा तो उसकी बीमारी बढ़ गई।अगले दिन उसे नोखा के बागड़ी अस्पताल में दिखाया। जहां डॉक्टरों ने बीमारी की गम्भीरता के कारण पीबीएम अस्पताल रैफर कर दिया।जहां समय पर उपचार नहीं होने के कारण उसकी मौत हो गई।मृतक के परिजन अस्पताल की मोर्चरी के बाहर डॉक्टरों को गिरफ़्तार करने और आर्थिक सहायता देने की मांग को लेकर धरने पर बैठे। परिजनों की सूचना पर नोखा विधायक सुशीला रामेश्वर डूडी,जिला कांग्रेस कमेटी देहात अध्यक्ष बिशनाराम सियाग और उपाध्यक्ष ओमप्रकाश मेघवाल भी मृतक के परिजनों के धरने पर पहुंचे।इस मामले को लेकर श्रीमती डूडी ने कहा कि मृतक के परिवारजनों के कथनानुसार इनकी पीड़ा व मांग जायज है। परिजनों और प्रशासन के साथ हुई वार्ता जिसमें मेडिकल बोर्ड द्वारा पोस्टमार्टम करवाकर उसकी रिपोर्ट के मुताबिक दोषी के विरुद्ध कार्यवाही करने तथा आर्थिक सहायता के लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रस्ताव बनाकर भेजने के अस्वाशन पर मृतक के परिजन बॉडी लेने के लिए सहमत हुए।