 
                

तहलका न्यूज,बीकानेर। निजी चिकित्सलयों में होने वाले हादसों को लेकर आज निजी चिकित्सालय के चिकित्सकों ने अपना पक्ष रखते हुए आमजन से हादसों के बाद हंगामा करने की बजाय कानूनी लड़ाई लडऩे की बात कही। पत्रकारों से मुखातिब होते हुए बीकानेर मेडिकल प्रैक्टिशनर सोसायटी उपचार के प्रदेश अध्यक्ष डॉ सांवरमल बाजिया ने कहा कि कोई भी चिकित्सक मरीज के साथ अनहोनी नहीं चाहता। लेकिन कभी अगर ऐसा होता है तो उसके लिये निजी अस्पतालों में हंगामा,तोडफ़ोड़ या धरना प्रदर्शन करना भी उचित नहीं। ऐसा करने से उस अस्पताल में भर्ती अन्य मरीज प्रभावित होते है। यहीं नहीं चिकित्सक का मनोबल भी टूटता है। धीरे धीरे डॉक्टर गंभीर मरीजों के इलाज से कतराने शुरू हो जाते है। अगर ऐसा ही चलता रहेगा तो बीकानेर से चिकित्सकीय व्यवस्था का स्तर गिर जाएगा। चिकित्सकों का कहना था कि अगर किसी प्रकार अनहोनी हो भी जाएं तो उसके लिये मरीज के परिजन कानून सम्मत अपनी लड़ाई लड़ सकते है। इस मौके पर जोनल सेक्रेट्री डॉ देवेन्द्र चौधरी,डॉ सुनील गेरा,डॉ गौरव गोम्बर,डॉ रोचक तातेड़,डॉ बी एल स्वामी,डॉ हरमीत सिंह सहित अनेक चिकित्सक मौजूद रहे।
डॉ बी एल स्वामी ने भी रखा अपना पक्ष
उधर कांग्रेस के युवा नेता व चिकित्सक डॉ बी एल स्वामी के बीच चल रहे विवाद पर अपना पक्ष रखते हुए डॉ स्वामी ने मरीज की मौत को हत्या बताकर उन्हें धमकाने और उनकी छवि बदनाम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि आरोपियों ने मेरेे चैम्बर के कांच तोड़ डाले तथा मरीज की रिपोर्ट फाडकर तथ्य छिपाने के प्रयास किये। वहीं अस्पताल स्टाफ से भी धक्का मुक्की की। स्वामी ने कहा कि उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है। यदि जांच में दोषी पाएं जाते है तो वे सजा भुगतने को तैयार है। लेकिन इस तरह रोज रोज नामजद आरोपियों द्वारा अस्पताल व अस्पताल के बाहर उत्पात मचाने से उनको मरीजों के इलाज में बाधा डाल रहे है।


 
                                                         
                                                         
                                                         
                                                         
                                                        