प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में इंडिया एनर्जी वीक 2023 का उद्घाटन किया। इस दौरान उन्होंने सबसे पहले तुर्कीये में आए भूकंप में जान गंवाने वालों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि 140 करोड़ भारतीयों की संवेदनाएं तुर्कीये के साथ हैं।
PM ने सोलर एनर्जी से चलने वाले कुकिंग सिस्टम, बायो फ्यूल और अनबॉटल्ड ड्रेस को भी लॉन्च किया। इसके बाद एनर्जी इंडिया वीक में आए इन्वेस्टर्स से कहा कि भारत निवेश के लिए दुनिया में सबसे बेहतर जगह है। यह एनर्जी वीक 8 फरवरी तक चलेगा।
दोपहर 3:30 बजे PM मोदी कर्नाटक के तुमकुरु में HAL की हेलिकॉप्टर फैक्ट्री देश को सौपेंगे। यह एशिया की सबसे बड़ी हेलिकॉप्टर फैक्ट्री है। यहां 20 साल में 1000 से अधिक हेलिकॉप्टर बनेंगे।
PM मोदी के भाषण की 4 अहम बातें…
1. आज करोड़ों लोग गरीबी से निकलकर मिडिल क्लास बने
PM मोदी ने कहा, “आज करोड़ों लोग गरीबी से निकलकर मिडिल क्लास लेवल तक पहुंच गए हैं। गांव में इंटरनेट पहुंचाने 6000 किमी से ज्यादा ऑप्टिकल फाइबर बिछाए जा रहे हैं। 13 गुना ब्रॉडबैंड यूजर्स बढ़े हैं। इंटरनेट कनेक्शन तीन गुना बढ़े हैं। भारत दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल बनाने वाला देश बन चुका है। भारत के लोग चाहते हैं उन्हें बेहतर सर्विस, इन्फ्रास्ट्रक्चर और प्रोडक्ट मिले।’
2. एनर्जी मिक्स में नेचुरल गैस का हिस्सा बढ़ाना हमारा मिशन
उन्होंने कहा, “भारत में एनर्जी की जरूरत और मांग बढ़ती जा रही है। आने वाले समय में कई नए शहर बनने वाले हैं। भारत की एनर्जी डिमांड दुनिया में सबसे ज्यादा होगी। 2030 तक अपने एनर्जी मिक्स में नेचुरल गैस का हिस्सा बढ़ाने के लिए मिशन मोड पर काम हो रहा है। इसे 6% से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करने का लक्ष्य है। CNG स्टेशन बढ़कर 5 हजार हो गए हैं। गैस पाइप लाइन 22 हजार किमी. से ज्यादा बिछाई जा चुकी है। अगले कुछ साल में इसका नेटवर्क 35 हजार किमी तक पहुंच जाएगा।”
3. अगले 5 साल में ग्रे को ग्रीन से रिप्लेस करेंगे
प्रधानमंत्री बोले, “पिछले साल अगस्त में एशिया की पहली 2G एथेनॉल रिफाइनरी की स्थापना की है। एक और सेक्टर जिसमें भारत विश्व में लीड ले रहा है। वह है नेशनल ग्रीन हाइड्रोजन मिशन। इस दशक के अंत तक हम इसके प्रोडक्शन का लक्ष्य लेकर चल रहे हैं। अगले 5 साल में ग्रे को ग्रीन से रिप्लेस कर दिया जाएगा।”
4. 3 साल में 3 करोड़ से ज्यादा घरों में होगा सोलर कुक टॉप
उन्होंने कहा कि पिछले 9 साल से बायो फ्यूल पर तेजी से काम हो रहा है। पेट्रोल में एथेनॉल ब्लेंडिंग को बढ़ाकर 1.5% कर चुके हैं। हम 20% की तरफ बढ़ रहे हैं। आज से 15 शहरों में मिलेगा, इसके बाद देशभर में विस्तार होगा। हर साल 10 करोड़ बॉटल की रिसाइकलिंग का लक्ष्य है। भारत में 25 करोड़ से ज्यादा परिवार हैं। 19 करोड़ से ज्यादा परिवार क्लीन कुकिंग से जुड़े हैं। ग्रीन क्लीन कुकिंग को नया आयाम देने वाला है। तीन साल में ही 3 करोड़ से ज्यादा घरों में सोलर कुक टॉप की पहुंच होगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में ग्रीन मोबिलिटी रैली को हरी झंडी दिखाई।
E20 फ्लेक्स फ्यूल से जुड़े सवाल और उनके जवाब…
क्या है E20 फ्यूल?
फ्लेक्स फ्यूल में एक निश्चित अनुपात में एथेनॉल और पेट्रोल का मिश्रण है। इसमें 20% एथेनॉल के साथ 80% पेट्रोल से लेकर 85% एथेनॉल के साथ 15% पेट्रोल मिश्रण तक इस्तेमाल किया जा सकता है।
कैसे बनता है?
एथेनॉल एक तरह का अल्कोहल है, जो स्टार्च और शुगर के फर्मेंटेशन से बनाया जाता है। एथेनॉल का उत्पादन मुख्य रूप से गन्ने के रस, मक्का, सड़े आलू, कसावा और सड़ी सब्जियों से तैयार किया जा सकता है।
कहां-कहां मिलेगा?
जिन 11 राज्यों और UT में यह फ्लेक्स फ्यूल मिलेगा उनमें दिल्ली, बिहार, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, पंजाब, दमन दीव और दादरा और नगर हवेली का नाम शामिल हैं।
कितनी कीमत होगी? मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि इस फ्लेक्स फ्यूल की कीमत 60-62 रुपए लीटर होगी। फेज-1 में 15 शहरों को कवर किया जाएगा। फिलहाल यह ऑयल मार्केटिंग कंपनियों के 84 आउटलेट्स पर मिलेगा।
किन गाड़ियों में चलेगा?
फोर व्हीलर्स में ह्यूंडई मोटर्स ने E-20 फ्लेक्स फ्यूल पर चलने वाली ग्रैंड i10 नियोस, ऑरा, क्रेटा, वेन्यू और एल्काजार के फेसलिफ्ट वर्जन इंडियन मार्केट में उतार चुकी है। वहीं टू-व्हीलर्स में होंडा की एक्टिवा स्मार्ट और हीरो की मेस्ट्रो जूम भी अवेलेबल हैं। इसके अलावा ऑटो एक्सपो-2023 में फ्लेक्स फ्यूल पर चलने वाली मारुति सुजुकी वैगन-आर FFV और टोयोटा कोरोला अल्टिस, सुजुकी जिक्सर 250, होंडा XRE 300 रैली, हीरो ग्लैमर XTec, बजाज पल्सर Ns160, यामाहा FZ-15 ABS, TVS अपाचे RTR 160 4V को पेश कर चुकीं हैं, जो जल्द ही सड़कों पर दिखेंगी।
मौजूदा गाड़ियों में कैसे होगा चेंज?
SIAM के अधिकारी सार्थक बाजपेयी ने बताया कि भारत में सड़कों पर चल रही पुरानी गाड़ियां भी फ्लेक्स फ्यूल पर चलाई जा सकेंगी, लेकिन इन गाड़ियों का माइलेज कम हो जाएगा। जबकि अप्रैल से सिर्फ फ्लेक्स फ्यूल कंप्लाएंट इंजन वाली गाड़ियां ही बेची जा सकेंगी। साथ ही पुरानी गाड़ियां एथेनॉल कंप्लाएंट व्हीकल में चेंज की जा सकेंगी, ऐसा दावा फिलहाल किसी कंपनी ने नहीं किया है।