तहलका न्यूज,बीकानेर। एक ओर तो प्रशासन के उच्चाधिकारी समीक्षा बैठकों में शहर में उचित प्रकाश,सफाई व्यवस्था रखने के दिशा निर्देश जारी करते रहते है। लेकिन उनके इन दिशा निर्देशों की धज्जियां बिजली की निजी कंपनी किस तरह उड़ा रही है। इसकी बानगी मुरलीधर व्यास कॉलोनी क्षेत्र के मुख्य मार्गों पर छाएं अधेरे से लगाया जा सकता है। जहां बिजली कंपनी की ओर से एक नहीं बल्कि 15 के करीब खंभों की लाईटों का कनेक्शन की कट कर दिया। इसको लेकर जब सजग नागरिक जीतू जोशी ने कंपनी के संबंधित अभियंताओं से बात की तो उन्होंने ठेकेदार का हवाला दिया। जब लोगों ने ठेकेदार को पूछा तो उन्होंने अपनी गेंद नगर विकास न्यास के अभियन्ताओं के पाले में डालकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। ऐसे में परेशान लोगों ने तहलका न्यूज को इसकी शिकायत की तो हमारे संवाददाता ने नगर विकास न्यास के अभियंता व रोड लाइट प्रभारी विनित सीलू से पड़ताल की तो सामने आया कि बिजली कंपनी या संबंधित ठेकेदार को इस प्रकार का अधिकार ही नहीं है कि वो रोड लाईट का कनेक्शन काट दें। वे मनमानी कर रहे है। सीलू ने बताया कि जब उनसे बात की तो फाल्ट का कहकर कनेक्शन काटने की बात सामने आई थी। लेकिन फाल्ट को ठीक होने में घंटों लग सकते है दिन नहीं। ऐसे में सीलू ने इस प्रकार की शिकायत वाले सभी इलाकों का निरीक्षण करने की बात कही है।

नहीं है कोई पैडेन्सी,फिर भी बंद कर दी लाइट
मंजर यह है कि नगर विकास न्यास की ओर से किसी प्रकार का बकाया बिजली कंपनी का नहीं है। उसके बाद भी मुरलीधर व्यास नगर,एम एम ग्राउंड सहित कई इलाकों को बिजली कंपनी ने अंधेरे में कर रखा है। हालात यह है कि बिजली कंपनी के अधिकारी इस शिकायत पर किसी प्रकार का गौर नहीं कर रहे है। कहने को कंपनी की ओर से समस्या का समाधान शिविर भी लगाएं जाते है। परन्तु समस्याएं जस की तस बनी हुई है। जिससे ऐसा लगता है कि कंपनी दिखावा ज्यादा काम कम करती है।

अघोषित कटौती से है लोग परेशान
जिले में पिछले कई दिनों से लगातार बढ़ रहे तापमान को लेकर भीषण गर्मी से जहां आमजन परेशान हैं। तापमान की बढ़ोतरी के साथ-साथ अब आमजन का गुस्सा भी आसमान पर चढऩे लगा है। जिसका कारण बनी हुई है इन दिनों भीषण गर्मी में बिजली कटौती लगातार हो रही बिजली कटौती। बिजली की निजी कंपनी की ओर से दिन या रात की जा रही अघोषित कटौती ने आमजन का जीना दुर्भर कर दिया है। हालात यह है कि दिन में चिलचिताती धूप सता रही है। वहीं रात में गर्म हवाएं चुभा रही है। ऐसे में बिजली कटौती कोढ़ में खाज का काम कर रही है। हालात यह है कि अघोषित बिजली कटौती को लेकर जनप्रतिनिधि भी मौनी बाबा बने बैठे है। लोगों का रोष है कि पिछले कई दिनों से दिन और रात में अघोषित बिजली काटी जा रही है। जिसके चलते आसपास के सभी परेशान हो चुके हैं। दिन तो जैसे तैसे कट जाता है लेकिन रात को बिजली काटने पर जीना मुश्किल हो रहा है। दिन तो जैसे तैसे निकाल लेते हैं लेकिन रात को कैसे गुजारें,क्योंकि रात को नींद पूरी नहीं होने पर दिन में काम पर जाना मुश्किल हो जाता है। मंजर यह है कि जब भी किसी जिम्मेदार से बात करते है तो मैनटिनेंस का हवाला देकर इतिश्री कर लेता है। जबकि पूरे साल मैनटिनेंस के नाम पर बिजली कटौती की जाती रही है। आपको बता दें कि प्रदेश में पिछले 1 महीने से पड़ रही भीषण गर्मी के चलते जीव-जंतु, पशु-पक्षी परेशान हैं, तो वहीं आमजन भी इसकी मार झेल रहा है. ना तो समय पर बिजली आ रही है और ना ही पानी आ रही है। जिससे जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो चुका है। लोगों का कहना है कि प्रदेश सरकार और केंद्र सरकार इस समस्या का समाधान कर आमजन की तरफ देख व्यवस्था दुरुस्त करनी चाहिए।इसको लेकर जब हमने कंपनी के अधिकारियों से बात करनी चाही तो उन्होनें फोन तक नहीं उठाया