





तहलका न्यूज,बीकानेर। नगर आर्य समाज,महर्षि दयानन्द मार्ग में पंद्रह दिवसीय यज्ञ चिकित्सा शिविर के समापन अवसर पर बोलते हुए मुख्य अतिथि प्रमोद मिश्र,प्राचार्य राजकीय आयुर्वेद योग एवं प्राकृतिक चिकित्सा महाविद्यालय ने कहा कि आयुर्वेद और यज्ञ चिकित्सा एक दूसरे के पूरक हैं। सेवानिवृत आचार्य एवं विभागध्यक्ष,शरीर क्रिया विभाग,सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज डॉ के सी माथुर ने कहा कि यज्ञ का बड़ा सकारात्मक प्रभाव मानव शरीर पर पड़ता है इसको दैनिक जीवन की दिनचर्या में शामिल करना चाहिए। कोलकाता के प्रसिद्ध समाज सेवी,यज्ञ चिकित्सा को समर्पित विशेषज्ञ प्रकाश अग्रवाल ने भी यज्ञ के बारे में विस्तार से बताया। आर्ष न्यास के सुभाष स्वामी,ऑनररी कैप्टन प्रतापसिंह आर्य ने भी अपने विचार व्यक्त किए। कार्यक्रम का संचालन करते हुऐ मंत्री भगवतीप्रसाद सोनी ने बताया की यज्ञ एक वैज्ञानिक पद्धति है जिसका उद्देश्य अग्नि की ऊष्मीय ऊर्जा और हवन सामग्री में मिश्रित जड़ी बूटियों के प्रभाव और मंत्रों के ध्वनि-स्पंदनों की सहायता से आहुति दिए गए पदार्थों के सूक्ष्म गुणों का सर्वोत्तम उपयोग करना है। डॉ सतीश कच्छावा ने सभी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया।नगर आर्य समाज में गत पंद्रह दिनों से यज्ञ अनुष्ठान चल रहा था जिसमें एक सौ से ऊपर लोगों ने आहूतियां देकर लाभ उठाया। प्रधान महेश आर्य ने बताया कि प्रकाश अग्रवाल द्वारा सभी रोगों से संबंधित दुर्लभ जड़ी बूटीयाँ और देशी गाय के शुद्ध घी के साथ एक सौ से अधिक जड़ी बूटियों से निर्मित हवन सामग्री के साथ पंद्रह दिनों तक नि:शुल्क सेवाभाव से विधि विधानानुसार चिकित्सा शिविर यज्ञ सम्पन्न करवाया। शिविर के सञ्चालन गीता देवी,श्लोक अग्रवाल,रूपा देवी,अमिता आर्य, धर्मवीर,कंचन सोनी,जयराम सोनी,नर्सिंग सोनी,लक्ष्मी सोनी,उषाजी,गायत्रीजी,गोवर्धनजी, केशरमल,राजगोपाल आदि ने सहयोग किया।