तहलका न्यूज,बीकानेर। दीपावली पर जुआ खेलने की परम्परा के नाम पर जमकर महफिले सजी। मजे की बात तो यह है कि पुलिस के साथ साथ शहर की सड़कों से लेकर प्रदेश की सदन तक जुए,सट्टे की आवाज मुखर करने वाले जनप्रतिनिधि भी मूक दर्शक बने रहे। मंजर यह रहा कि मुख्य सड़कों के अलावा गली मोहल्लों में भी जमकर जुएबाजी हुई। न सिर्फ बीकानेर शहर बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों में भी जमकर जुआ खेला गया। खास बात ये है कि पुलिस को जुआरियों के बारे में पूरी जानकारी होने के बाद भी नाम मात्र की कार्रवाई की गई। हालात यह रहे कि शहर के अन्दुरूनी हिस्सों मोहता चौक,जस्सूसर गेट,नत्थूसर गेट,जस्सोलाई,सर्वोदय बस्ती,फड़बाजार,गंगाशहर सहित अनेक क्षेत्रों में भी जुआरियों की पौ बारह रही। नयाशहर थाने के ठीक पीछे नत्थूसर बास मार्ग पर खुले आम जुआ चला। इतना ही नहीं बड़ी संख्या में लोग घरों में ही जुआ खेला गया। चिंता की बात ये है कि जुआरियों की इस भीड़ में कई यूथ भी शामिल हुए जिन्हें जुआ खेलने की गंदी लत लग गई हैं। शहर के कई इलाकों में दीपावली पर खुले आम जुआ खेलने के दृश्य देखे गये। जिसमें नंबर पर जुआ गया। इसके अलावा एक चौकी लगाकर उस पर जुआ खेला गया। दस रुपए से पांच सौ रुपए तक के दाव लोग खेलते देखे गये। दस मिनट के खेल में हजारों रुपए इधर से उधर हुए। इन दृश्यों को देखने के लिये नौनिहालों भी उस भीड़ में खड़े पाएं गये।
जुआ छोडऩे पर पटाखे दिलाने का ऑडियो वायरल
हालात यह है कि नयाशहर थाना इलाके में एक जगह जुआ पकडऩे के बाद पुलिस के जवान ने जुए में पकड़े गये युवक को छोडऩे की एवज में पटाखे दिलाने की डिमांड कर डाली। जिसका एक ऑडियो भी वायरल हो गया है। इसकी जानकारी संबंधित थाने के थानाधिकारी को होने के बाद भी किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है। इतना ही नहीं जुआरियों को पकड़ की सूचना भी जुआरियों तक पहले पहुंच जाती है। जिसके चलते कार्रवाई महज दिखावें के रूप में ही हो पाई।
शहर के जनप्रतिनिधियों के घरों के पास जुए की सजी महफिले
देखने वाली बात तो यह है कि शहर के जनप्रतिनिधियों के घरों के आसपास जुए की महफिलें सजी। जिस पर पुलिस की न तो नजर पड़ी और न ही पुलिस ने नजरें इनायत करने की कोशिश की। ऐसे में अब सवाल उठता है कि आखिर किस तरह जनप्रतिनिधि जुए व सट्टे को इस शहर से खत्म कर पाएंगे।