




तहलका न्यूज,बीकानेर। भारत-पाकिस्तान सीमा तनाव के हालात को देखते हुए एक ओर तो केन्द्र सरकार सतर्कता की बातें कर इंतजाम को दुरूरत रखने की हिदायतें दे रही है। वहीं दूसरी ओर बीकानेर में महज ख्याली पुलाव ही पकाएं जा रहे है। मंजर यह है कि यहां मॉक ड्रिल और ब्लैक आउट की पहली ही परीक्षा में जिला प्रशासन फेल होता नजर आया। समाचार पत्रों में किये जाने वाले दावों की पोल तो उस समय खुल गई,जब नाल थाने में आंतकी हमले का मॉक ड्रिल किया गया। लेकिन थाने में ही फायर सिस्टम नहीं था। ऐसे में दो दिनों से मॉक ड्रिल की राग अलापने वाले प्रशासनिक अधिकारियों को शर्मसार होना पड़ा। उससे बदतर हालात तो ब्लैक आउट के समय हुए। जब आम नागरिकों ने तो अपने कर्तव्यों की पालना करते हुए घर-प्रतिष्ठानों की लाईटें बंद कर ली। किन्तु अधिकांश जगहों पर रोड लाईटस जलती नजर आई। जिसको लेकर न तो नगर निगम गंभीर दिखा और न ही बिजली की कंपनी के अधिकारी-कार्मिक। जिसके चलते बेवजह सोशल मीडिया पर जिला प्रशासन की फजीहत हुई। ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही के चलते संकट के हालातों में ये व्यवस्थाएं चिंतनीय है। मजे की बात तो यह है कि जो बिजली कंपनी जलापूर्ति के समय जिला प्रशासन के लाईट काटने के आदेशों की पालना अक्षरश करती है। उस कंपनी के अधिकारी रोड लाईटस चालू रहने और ब्लैक आउट के समय लाइट न काटने की जिम्मेदारी तक अपने उपर नहीं ले रहे है। बल्कि इसके लिये निगम को जिम्मेदार ठहरा रहे है। हालात यह रहे कि ब्लैक आउट का समय निकलने के बाद तहलका न्यूज संवाददाता द्वारा कंपनी के अधिकारी को फोन करने के उपरांत लाइट काटी गई और तर्क दिया गया कि पानी सप्लाई के चलते बिजली कट की गई है। जबकि ऐसा नहीं था।
सायरन तक नहीं बजा
हालात यह रहे कि जिस ब्लैक आउट को लेकर सायरन के जरिये अलर्ट करने की बात कही गई और एक दिन पूर्व जिले के अधिकारियों द्वारा तामझाम किये गये। ब्लैक आउट के समय लोगों को उस सायरन की आवाज तक सुनाई नहीं दी। आमजन इस बात का बेसब्री से इंतजार करता रहा। परन्तु सायरन मौन ही रहा। जिसको लेकर भी फेसबुक पर आमजन प्रशासन की व्यवस्था को ट्रोल करते नजर आ रहे है।
मॉक ड्रिल में भी किरकिरी
उधर नाल थाने पर आज एयर स्ट्राइक की मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया। ठीक चार बजे काल्पनिक एयर स्ट्राइक की सूचना दी गई,जिसमें थाने में आग लगने की स्थिति बताई गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाडिय़ां मौके पर पहुंचीं। इससे पहल मॉक ड्रिल के दौरान संभागीय आयुक्त रवि कुमार सुरपुर के निरीक्षण में कई महत्वपूर्ण कमियां सामने आईं। ड्रिल के दौरान आईजी ओम प्रकाश पासवान,एडिशनल एसपी कैलाश चंद्र सांदू और एडीएम रामावतार कुमावत भी मौजूद रहे। इस मॉक ड्रिल से सामने आई कमियों ने सुरक्षा व्यवस्था में तत्काल सुधार की आवश्यकता को रेखांकित किया है।
इंडियन ऑयल में भी मॉक ड्रिल
केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार बुधवार को देशभर में अनेक स्थानों पर मॉक ड्रिल किए गए। इसी श्रृंखला में बीछवाल स्थित इंडेन बॉटलिंग प्लांट में स्थित हॉर्टन स्फीयर पर सिविल मॉक फायर ड्रिल का आयोजन किया गया। जिला प्रशासन के समन्वय से आयोजित मॉक ड्रिल में जिला कलेक्टर श्रीमती नम्रता वृष्णि,पुलिस अधीक्षक कावेंद्र सागर और आईओसीएल के वरिष्ठ प्रबंधक भैरूदान बारहठ सहित अन्य अधिकारियों की मौजूदगी रही। इसका उद्देश्य संयंत्र की आपातकालीन तैयारियों का मूल्यांकन करना और उन्हें और सुदृढ़ बनाना था।