




तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर में विकास के दावे और जिले में व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिये सरकारों की ओर से घोषणा दर घोषणा हो रही है। लेकिन उनको अमलीजामा पहनाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। कुछ ऐसा ही पटाखा व्यवसासियों के साथ हो रहा है। जिन्हें आतिशबाजी मार्केट के लिये 12 साल पहले भूमि आवंटन तो कर दी गई। परन्तु उन आवेदकों न तो आज तक भौतिक कब्जा नहीं मिल पाया है और न ही अनुज्ञापत्र नवीनीकरण नहीं किये जा रहे है। ऐसे में उनके सामने अनेक समस्याएं आ रही है। बताया जा रहा है कि 70 के करीब स्थाई लाइसेंस धारकों के अनुज्ञापत्र नवीनीकरण नहीं होने से उनके द्वारा जिले से बाहर भेजे जाने वाले माल को चैक पोस्ट पर रोक दिया जाता है। ऐसे में वे अपना व्यापार बढ़ा नहीं पा रहे है और उनको आर्थिक मार झेलनी पड़ रही है। इतना ही नहीं सुरक्षा की दृष्टिकोण से दीपावली व सीजन के समय पुलिस प्रशासन से दो दो हाथ करने पड़ते है। स्थाई मार्केट बनने से एक ही छत्त के नीचे दुकानों का संचालन हो पाएगा।
ये हो चुकी है प्रक्रिया
बता दें कि आतिशबाजी मार्केट हेतु लगभग 13 सालों से संघर्ष करती आ रही है और 2013 में शिवबाड़ी क्षेत्र में आतिशबाजी मार्केट के लिए भूमि आवंटन की प्रक्रिया की शुरूआत हुई और इसके लिए स्थाई अनुज्ञापत्र धारकों से आवेदन भी मांगे गए और साथ ही धरोहर राशि भी जमा करवाई गई तत्पश्चात लॉटरी द्वारा 38 आवेदकों को भूखंड आवंटित किये गये। मार्केट का शिलान्यास कर मूलभूत सुविधाओं के लिए 50 लाख का टेंडर भी निकाला गया। किन्तु आचार संहिता लग जाने से अब तक भौतिक कब्जा नहीं मिल पाया है और आज वर्तमान में प्रशासन द्वारा अनुज्ञापत्र जारी करने में कई क्षेत्र पाबन्द कर दिए जाने और आतिशबाजी मार्केट का भौतिक कब्जा नहीं मिला।
कलक्टर को सौंपा ज्ञापन
इस गंभीर विषय को लेकर मंगलवार को बीकानेर जिला उद्योग संघ अध्यक्ष द्वारकाप्रसाद पचीसिया,बीकानेर फायर वक्र्स एसोसिएसन सचिव वीरेंद्र किराडू एवं गुरदीप शर्मा ने जिला कलक्टर नम्रता वृष्णि से मुलाक़ात कर बीकानेर जिले के फायर वक्र्स कारोबारियों की समस्या समाधान हेतु ज्ञापन सौंपा।ज्ञापन में वर्तमान में फायर वक्र्स के स्थाई लाइसेंस धारकों के समक्ष आ रही समस्या आ रही है उनके अनुज्ञापत्र नवीनीकरण नहीं किये जाने पर चिंता जताते हुए इसके निस्तारण की त्वरित मांग की।