तहलका न्यूज,बीकानेर।बीकानेर के चित्रकारों ने आज रविवार को बीकानेर चौपाटी पर एक साथ रंगशाला कार्यशाला के रूप में चित्रकला शिविर का आयोजन किया।  जिसमें बीकानेर जिले के वरिष्ठ एवं युवा चित्रकारों ने सहभागिता की । विभिन्न प्रकार के रंग माध्यम से कैनवास पर अपनी भावनाओं एवं संस्कृति को प्रस्तुत किया। कार्यशाला में बनी कलाकृतियों की शाम को बीकानेर चौपाटी पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसका उद्घाटन शिक्षा एवं कला संस्कृति मंत्री डॉ बी डी कल्ला द्वारा किया गया । इस अवसर पर डॉ कल्ला ने कहा कि कला शिविर में बीकानेर के कलाकारों ने विभिन्न कला माध्यम द्वारा बीकानेर की लुप्त होती कलाओं एवं आधुनिक कलाओं का समावेश कर जो प्रस्तुतियां दी है वह बीकानेर के युवाओं के लिए एवं कला प्रेमियों लिए प्रेरणादायक रहेगी। बीकानेर चौपाटी के संरक्षक अशोक धारणिया ने इस अवसर पर कहा कि इस प्रकार के आयोजन के माध्यम से कलाकार को प्रेरणा मिलती है तथा कला का एक मंच प्रदान होता है जिसमें अपने मनोभावों को समाज के समक्ष प्रस्तुत कर सकें । कला शिविर में मोना सरदार डूडी, प्रोफेसर अनिकेत कच्छावा, डॉ राकेश कुमार किराडू, मालचंद पारीक, जसवंतसिंह राजपुरोहित, श्री वल्लभ पुरोहित, कमल किशोर जोशी, रवि कुमार शर्मा,डॉ मदन लाल राजोरिया, हिमानी शर्मा, एस लाल आर्ट, राम कुमार भदानी, मुकेश सिंह, शंकर राय,ज्योत्सना राजपुरोहित, पूर्वांसी पुरोहित, काजल गुर्जर, अनामिका खत्री,जयश्री सुथार, लीना सोनी, मोहम्मद सलीम एवं मुदित शर्मा ने कलाकृतियां  सृजित की।इस मौके पर अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा भी मौजूद रहे।

 

केतली को कैनवास बना 90 चित्रकारों ने उकेरी भावनाएं
तहलका न्यूज,बीकानेर। अन्तर्राष्ट्रीय रंग मल्हार का 14वां संस्करण रविवार को सादुल स्पोर्ट्स स्कूल सभागार में आयोजित हुआ। इसमें अनेक चित्रकारों ने केतली पर चित्रों के रूप में अपनी भावनाएं उकेरी। इसका उद्घाटन कला एवं संस्कृति मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने किया।मानसून में होने वाला यह आयोजन भारत सहित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन माध्य्म से आयोजित हुआ। इस अवसर पर मंत्री ने कहा कि कला, साहित्य और संस्कृति के बिना मनुष्य पशुतुल्य होता है। उन्होंने राग मल्हार की विशेषता बताते हुए कहा कि जिस प्रकार रागों से वर्षा का आह्वान किया जाता है, उसी प्रकार रंगों से अच्छी बारिश की कामना सराहनीय है। उन्होंने कहा कि युवाओं का ऐसे आयोजन में भाग लेना अच्छे संकेत हैं।कार्यक्रम संयोजक सुनील दत्त रंगा ने बताया कि कार्यशाला में लगभग 90 कलाकारों ने चाय की केतली पर अपनी भावनाएं उकेरी। उन्होंने बताया कि रंग मल्हार अंतरराष्ट्रीय चित्रकार विद्यासागर उपाध्याय की प्रेरणा से 2009 में जयपुर से शुरू हुआ। पिछले 13 वर्षों में अलग-अलग माध्यमों पर कलाकारों द्वारा मास्क, पंखी, झंडे, टी शर्ट, बेग, छाता, साइकिल, लालटेन आदि पर चित्र उकेरे गए हैं। इस बार चाय की केतली माध्यम रूप में रखी गई। आयोजन धोरा अंतरराष्ट्रीय कलाकार समूह, भोज कला प्रन्यास एवं रोटरी क्लब ऑफ बीकानेर रॉयल्स के तत्वावधान में हुआ।इस दौरान बीकानेर के कला संकाय विद्यालयों एवं कॉलेज के विद्यार्थियों ने भाग लिया।कार्यक्रम में रोटरी क्लब ऑफ बीकानेर रॉयल के डीईजी राहुल श्रीवास्तव, शिक्षा निदेशालय की अतिरिक्त निदेशक रचना भाटिया, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोड़ा, भोज कला प्रन्यास के अध्यक्ष मनोज सोलंकी, स्कूल प्राचार्य अजयपाल सिंह शेखावत, वरिष्ठ कलाकार शिव श्रीमाली, राजकुमार पुरोहित, योगेंद्र पुरोहित, जसकरण सिंह, युवा चित्रकार उम्मेद सिंह, पी राज, पवन पंवार, यश, मूल चंद मथेरान, अशोक व्यास खेलकूद प्रभारी आदि उपस्थित थे। डॉ विद्यासागर उपाध्याय ने दूरभाष के माध्य्म से आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा के किया।