तहलका न्यूज,बीकानेर। श्री नई लेन ओसवाल पंचायती प्रन्यास ने 31 वर्ष तक सेवाएं देने के उपलक्ष्य में अपने निवर्तमान अध्यक्ष, प्रख्यात कला संरक्षक व समाजसेवी टोडरमल लालाणी का अभिनन्दन समारोह आयोजित किया। समारोह रविवार सुबह गंगाशहर स्थित टीएम हॉल में आयोजित हुआ। देश के प्रसिद्ध उद्योगपति व समाजसेवी के. एल पटावरी जैन के मुख्य आतिथ्य में आयोजित इस समारोह में टोडरमल लालाणी, जयचंद लाल डागा विशिष्ट अतिथि, प्रन्यास अध्यक्ष चंपालाल डागा, मंत्री सुरेंद्र पटवा, उपाध्यक्ष विमल सिंह चौरड़िया, कोषाध्यक्ष राजकरण सोनावत व सह मंत्री किशन लाल बैद मंचासीन थे। समारोह की शुरुआत धर्मेंद्र डाकलिया ने सामूहिक नमस्कार महामंत्र व स्वागत गीत से करवाई। स्वागत भाषण अध्यक्ष चंपालाल डागा ने दिया। वहीं कन्हैयालाल बोथरा ने अतिथि परिचय करवाया। मंत्री सुरेंद्र पटवा ने प्रन्यास के बारे में जानकारी दी। इस दौरान अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया।
समारोह में अध्यक्ष चंपालाल डागा, कमल डागा, मेघराज बोथरा, विमल सिंह चौरड़िया, पुखराज चोपड़ा, पूर्व महापौर नारायण चोपड़ा, निर्मल धाड़ीवाल, विजय चंद कोचर, भैरूंदान सेठिया, धर्मेंद्र डाकलिया, कुणाल लालाणी, शिखरचंद सुराणा, ओम पारख आदि ने लालाणी का माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। वहीं चंपालाल डागा, सुरेंद्र पटवा, तोलाराम बोथरा, कन्हैयालाल बोथरा व मनीष बाफना ने शॉल ओढ़ाकर अभिनंदन किया। विमल सिंह चौरड़िया ने अभिनंदन पत्र वाचन किया। वहीं चंपालाल डागा, विमल सिंह चौरड़िया, सुरेंद्र पटवा, किशनलाल बैद व राजकरण सोनावत ने अभिनंदन पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट कर लालाणी का अभिनन्दन किया। इस दौरान मोहन सुराणा, तोलाराम बोथरा, विनोद बोथरा, मनीष बाफना, भैरव प्रसाद कत्थक, युवक रत्न राजेन्द्र सेठिया, पुखराज चोपड़ा व लूणकरण छाजेड़ आदि ने टोडरमल लालाणी के कृतित्व पर प्रकाश डाला।मंत्री सुरेंद्र पटवा ने बताया कि टोडरमल लालाणी ने 31 वर्षों तक प्रन्यास में अपनी सेवाएं दी। उनके योगदान की बदौलत ही पंचायती के विकास सहित टीएम हॉल का सपना साकार हो पाया। इस दौरान के एल जैन ने कहा कि उन्होंने टीएम लालाणी से ही जीवन का सलीका सीखा है। गंगाशहर का हर नागरिक उनका अनुसरण कर विशिष्ट बन सकता है। पुखराज चोपड़ा ने कहा कि लालाणी एक परिवार के संरक्षक नहीं बल्कि पूरे गंगाशहर के संरक्षक हैं। यह समारोह वास्तव में अभिनंदन नहीं बल्कि वंदन समारोह है। मनीष बाफना ने कहा कि लालाणी के कृतित्व के बारे में कह पाना मुश्किल है। उनके कृतित्व का अनुसरण करने में जीवन की सार्थकता हो सकती है।समारोह में सुमेरमल दफ्तरी, विशाल लालाणी, हुलासमल लालाणी, प्रोफेसर सुमेरचंद जैन, सीए सोहनलाल बैद, एडवोकेट राजेंद्र भंसाली, राजकरण पुगलिया, मेघराज सेठिया, डॉ नीलम जैन, भंवरलाल सेठिया, राजेश बैद, राजेंद्र पारख, मनोज सेठिया, अरिहंत नाहटा, अंकुश चोपड़ा, पीयूष लूणिया, पुखराज दूगड़, संपतलाल दूगड़, महेंद्र बोथरा सहित सभी प्रन्यासी, पूर्व प्रन्यासी आदि गंगाशहर के गणमान्य नागरिक शामिल हुए।