तहलका न्यूज,बीकानेर। विधानसभा चुनाव आने के साथ ही राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता व नेता एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाते नजर आ रहे है। और अपने विधायकों की कार्यशैली से नाखुश होकर उनके खिलाफ मोर्चा खोल रहे है। इसी कड़ी में आल इंडिया प्रोफेशनल कांग्रेस के अंकुर शुक्ला ने प्रेस वार्ता कर बीकानेर पूर्व से विधायक सिद्विकुमारी पर पिछले 15 वर्षों में विधानसभा में जनता का प्रतिनिधित्व नहीं करने और न ही अपनी जनता की पीड़ा सुनने का आरोप लगाया है। शुक्ला ने कहा कि बीकानेर पूर्व विधायक की उपस्थिति सबसे कम रही और प्रश्न पूछने के मामले में भी सबसे पीछे। फ़रवरी-मार्च 2022 व 2023 में 51 विधानसभा बैठक में 0 हाजरी है और यह सिलसिला हर वर्ष जारी है ! इनकी विधानसभा में उपस्थिति न तो अपनी सरकार के समय में रही और न ही विपक्ष में रहते हुए। बजट खर्च करना हो या क्षेत्र में जनता से संवाद हर मामले में पूरे राज्य में सबसे अंतिम स्थान पर निर्विवादित रूप से बीकानेर पूर्व विधायक का ही नाम आता है। यहां तक क्षेत्र में कई बार विधायक गुमशुदा के स्वर उठे।एक विधायक को मासिक चालीस हजार रूपए , निर्वाचन भत्ता सत्तर हजार, दैनिक भत्ता दो हजार रूपए प्रति दिन, तीस हजार रूपए मकान भत्ता, दो हजार पांच सौ रुपए टेलीफोन भत्ता, तीन लाख रूपए सालाना हवाई यात्रा भत्ता मिलता है एक विधायक पर सालाना लगभग सत्ताइस लाख रूपए खर्च जनता के टैक्स से होता है और बदले में बीकानेर पूर्व की जनता को क्या मिला। न ही विधानसभा में प्रतिनिधित्व और न ही क्षेत्र में विकास। बीकानेर पूर्व की जनता को विधायक से मिलने के लिए भी एक अलग ही प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है यहां के आम नागरिक सीधे विधायक से मिल नहीं सकते। सेवा दल के अध्यक्ष अनिल व्यास व पी के सरीन ने भी अपने विचार रखे और कहा अधिकांश समय विधायक विदेश प्रवास पर रहती है और बीकानेर में उपस्थित रहते हुए भी पहले अपॉइंटमेंट लेना होता है और वो हर किसी को नहीं मिलता।इसके लिए जंचेतना अभियान चला जानता को जागरूक किया जाएगा और ऐसे विधायक को विधानसभा तक नही पहुँचने देंगे ! इस प्रेस कॉंफ़्रेंस में पी के सरीन , सेवादल से अनिल व्यास , सचिव एडवोकेट संदीप शेखावत व रहीस अली उपस्थित रहे !