तहलका न्यूज,बीकानेर। बिजली के बढ़ते संकट से किसान अब आन्दोलन की राह पर है और छः घंटे नियमित बिजली देने की मांग को लेकर सड़कों पर उतर आएं है। इसी मुद्दों को लेकर श्रीडूंगरगढ़ विधायक कॉ गिरधारी महिया की अगुवाई में श्रीडूंगरगढ़, बम्बलू, नौरंगदेसर, गुंसाईसर, रुणियाबास सहित आसपास के गांवों से बड़ी संख्या में किसान बीकानेर स्थित वृत कार्यालय में पहुंचे । किसानों ने विद्युत निगम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए आक्रोश जताया। आक्रोशित किसान विधायक के साथ अधीक्षण अभियंता कार्यालय में धरने पर बैठ गए। काश्तकारों ने एक स्वर में कहा कि जब तक समस्याओं का सस्थायी समाधन नहीं मिलेगा, तब तक यहां से नहीं जाएंगे। रोष जताने आए जेठाराम लाखूसर ने रोष जताते हुए कहा कि विद्युत निगम में अंधेरगर्दी है। उदासीनता का अलाम यह है कि कभी भी ट्रिपिंग के नाम बिजली कट जाती है। लोड बढ़ रहा है, तो ट्रांसफार्मर जल रहे हैं, मगर जले हुए ट्रांसफामरों को बदलवाने के लिए किसान चक्कर काटते रहते हैं। नियमानुसार तो 72 घंटे बदलना चाहिए। पानी के अभाव में फसलें चौपट है, बिजली की आंख मिचौली आग में घी का काम कर रही है। फसलों को पानी चाहिए, गांवों में 6 घंटे बिजली नहीं मिलती। ट्रांसफार्मर जलने के दो माह बाद भी नहीं बदले जाते। कनेक्शन आवंटित हो गए,लेकिन ट्रांसफार्मर नहीं मिल रहे। विधायक गिरधारी महिया ने दो माह से अधिक समय हो गया है कृषि कनेक्शन आवंटित किए हुए, फिर ट्रांसफार्मर में देने में क्या औपचारिकताएं रह गई है।महिया ने कहा कि बिजली संबंधित सभी तरह की शिकायतों का निवारण यदि विद्युत निगम नहीं करता है, तो यह धरना अनिश्चिकालीन यही पर रहेगा। किसानों के साथ एसई कार्यालय में ही डेरा रहेगा। महिया ने कहा कि किसानों की यह स्थिति तब है, जब ऊर्जा मंत्री बीकानेर जिले से ही आते है। इसके बाद भी यहां के किसानों को कोई सुनवाई विद्युत निगम नहीं कर रहा है। इस कारण यहां पर धरना देने के लिए आना पड़ा। प्रदर्शन में अखिल भारतीय किसान मोर्चा के अध्यक्ष और विधायक गिरधारी महिया,तहसील सचिव राजेन्द्र जाखड़,जेठाराम लाखुसर,देवीसिंह भाटी गोपालसर,खेताराम कूकणा,शेखर रेगर,छोगाराम तर्ड सहित बड़ी संख्या में किसान शामिल हुए।

शाम को किया अभियंता का घेराव
उधर देर शाम को विधायक ने अभियंता को कार्यालय में घेर लिया और जब तक ठोस कार्रवाई नहीं होने तक घेराव नहीं हटाने की मांग रखी। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। आखिकर कार लिखित समझौते के बाद घेराव को हटाया गया। इसके बाद विधायक महिया व किसानों के साथ अधीक्षण अभियंता राजेन्द्र सिंह मीणा ने बिन्दूवार चर्चा की। किसानों व विभागीय अधिकारियों के बीच कऱीबन डेढ़ घंटे तक चली वार्ता के बाद सभी बिंदुओं पर सहमति बनने के बाद विधायक ने धरना समाप्त करने की घोषणा की। वार्ता में सीओ सदर शालिनी बजाज, सदर थानाधिकारी सुरेन्द्र पचार, अधीक्षण अभियंता राजेंद्र मीणा, श्रीडूंगरगढ़ एक्सईएन भूराराम के अलावा विभाग के एईएन-जेईएन सहित सैंकड़ों की संख्या में किसान मौजूद रहे।

इन मांगों पर बनी सहमति
किसानों के साथ हुई वार्ता में विभाग ने कई मांगों पर तुरन्त स्वीकृति देने एवं अन्य मांगों पर प्रभावी कार्यवाही करने की बात कही। वार्ता के तहत विभाग ने श्रीडूंगरगढ़ में जले हुए ट्रांसफ़ॉर्मर बदलने के लिए 52 ट्रांसफ़ॉर्मर तुरंत रवाना करने व शनिवार को भी वितरण जारी करवाने के साथ-साथ बकाया 30 जले ट्रांसफ़ॉर्मर मंगलवार तक बदलने की लिखित सहमति दी। इसके अलावा देराजसर जीएसएस पर 5 एमवीए के ट्रांसफ़ॉर्मर व बापेऊ द्वितीय, दुसारणां जीएसएस पर शनिवार को ही भेजने, बींझासर में 3.15 एमवीए का पावर ट्रांसफ़ॉर्मर सुचारू करने, नये कनेक्शनों के लिए बकाया 103 ट्रांसफ़ॉर्मर 30 सितम्बर तक देने की लिखित सहमति प्रदान की। इसके अलावा क्षेत्र के ग्रामीण जीएसएसो पर प्रस्तावित अतिरिक्त पावर ट्रांसफ़ॉर्मर के अलावा अन्य विद्युत कार्य की स्वीकृति पर प्रभावी कार्रवाई करने की बात कही।