तहलका न्यूज,बीकानेर। लोकसभा में महिला आरक्षण बिल पास होने के बाद अब भाजपा आगामी चुनाव में इसका लाभ लाने के लिये हरसंभव प्रयास करेगी। इसको लेकर दिल्ली में केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के आवास पर राजस्थान के सांसदों व मंत्रियों की बैठक हुई। जिसमें प्रदेश की लोकसभा व विधानसभा सीटों पर महिला प्रत्याशियों को उम्मीदवारों को उतारने को लेकर मंथन किया गया। जिसमें प्रदेश की 200 सीटों में से 50 सीटों पर महिला उम्मीदवार उतारने पर चर्चा की गई। बताया जा रहा है कि लगभग इस बात की सहमति भी बन गई है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जयपुर में 25 सितम्बर को पीएम नरेन्द्र मोदी की रैली के बाद आने वाले राजस्थान की पहली सूची में करीब एक दर्जन के करीब महिला प्रत्याशियों की घोषण की जा सकती है। इस सूची में बीकानेर जिले की सात सीटों में से दो की घोषणा होने की संभावना है। सूत्र बताते है कि बीकानेर पूर्व से सिद्धिकुमारी व नोखा से बिहारी लाल विश्नोई के नामों की घोषणा पहली लिस्ट में हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो बीकानेर पूर्व से भाजपा से टिकट मांग रहे दावेदारों को झटका लग सकता है। लाखों रूपये खर्च कर अपने दावे को मजबूत कहने वाले अनेक दावेदारों ने हालांकि प्रदेश के नेतृत्व से केन्द्र नेतृत्व को रिझाने के हर संभव प्रयास किये। लेकिन उनके इन प्रयासों पर महिला आरक्षण बिल पानी फेरता नजर आ रहा है।
महिला उम्मीदवार को उतारना भी मजबूरी
भाजपा के सामने अपने दावेदारों को मायूसी देने के अलावा ओर कोई विकल्प भी नहीं दिख रहा। राजनीतिक जानकारों की माने तो उनका आंकलन है कि जिस महिला आरक्षण बिल को पास कर राजनीतिक लाभ लेने की कवायद में जुटी भाजपा अगर सिद्धिकुमारी का टिकट काटती है तो बैठे बैठाएं विपक्ष को एक मुद्दा दे देगी। जो विधानसभा के साथ साथ लोकसभा चुनाव में भी पार्टी के लिये आत्मघाती साबित होगा। ऐसे में पार्टी के पास पहले से टिकट न काटने का आधार होने के साथ साथ दावेदारों को इस तर्क से साथ 2028 के विधानसभा चुनाव की तैयारी करने का शगुफा भी देगी। राजनीतिक जानकार मानते है कि महिला आरक्षण बिल से पार्टी को अभी क्या लाभ होगा यह तो पता नहीं पर एकाएक हर विधानसभा में आई दावेदारों की बाढ़ को रोकने में भाजपा जरूर कामयाब हो जाएगी।
बीकानेर पूर्व से यह मांग रहे है भाजपा की टिकट
बात करें बीकानेर पूर्व की तो भाजपा की ओर से वर्तमान विधायक सिद्धिकुमारी के अलावा पूर्व न्यास अध्यक्ष महावीर रांका,भाजपा महामंत्री मोहन सुराणा,सुरेन्द्र सिंह शेखावत,दिलीप पुरी,बीएसएफ के डीआईजी पुष्पेन्द्र सिंह के नाम प्रमुखता से सामने आ रहे है। इनमें से अनेक दावेदारों ने तो परिवर्तन यात्रा के दौरान अपनी पूरी ताकत इस बात को लेकर झोक दी थी। किन्तु अब पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को दावेदारों को समझाइश का जिम्मा देने की तैयारी की जा रही है।