तहलका न्यूज,बीकानेर। राजनीतिक दलों में टिकट को लेकर चल रही उठापठक के बीच अब अनेक समाज भी टिकटों को लेकर माथापच्ची कर रहे है और राजनीतिक दलों को चेतावनी देते नजर आ रहे है। इसी मुद्दे को लेकर आज छःन्याति ब्राह्मण समाज की ओर से प्रेस वार्ता कर दोनों ही दलों से समाज के दावेदारों को टिकट देने की मांग की है। समाज के अध्यक्ष भंवरलाल व्यास ने कहा कि लंबे समय से बीकानेर जिले में छःन्याति समाज के नेता टिकट मांग रहे है और उनकी उपेक्षा की जा रही है। इस दफा ऐसा नहीं चलेगा जो पार्टी छःन्याति समाज की उपेक्षा करेगा समाज उसको वोट की चोट देकर सबक सीखाएगा। व्यास ने कहा कि जिले से छःन्याति समाज के तीन सीटों पर टिकट देने की बात कही है। जिले की सभी विधान सभा क्षेत्रों में छरून्याति ब्राह्मणों का बाहुल्य है जो हार-जीत का फैसला करते हैं। बीकानेर पूर्व विधान-सभा क्षेत्र से किसी भी छरू न्याति ब्राह्मण की ओर से बाबू जय शंकर जोशी, सुनीता गौड, पंचायत समिति प्रधान लालचंद आसोपा, पिंकी कौशिक को प्रत्याशी बनाया जाता है तो 90 प्रतिशत ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस पार्टी के साथ होंगे जबकि ये मतदाता अधिकाशंतरू बीजेपी पार्टी से जुड़ाव रखते हैं। बीकानेर पूर्व विधानसभा क्षेत्र से यदि कांग्रेस पार्टी किसी भी छरू न्याति ब्राह्मण को प्रत्याशी घोषित किये जाने पर ये सभी ब्राह्मण मतदाता कांग्रेस पार्टी के साथ आ जाएंगे। जिससे बीकानेर जिले की अन्य सीटों पर भी अच्छा प्रभाव पड़ेगा।
उन्होंने बताया कि श्रीडूंगरगढ विधानसभा क्षेत्र से ताराचन्द सारस्वत को बीजेपी ने प्रत्याशी घोषित किया है। जिससे बीकानेर के छः न्याति ब्राह्मणों का बीजेपी पार्टी की ओर झुकाव हुआ है, जिसे रोकने के लिये आवश्यक है कि बीकानेर पूर्व विधानसभा से छरू न्याति ब्राह्मण को प्रत्याशी बनाया जावे। इस निर्णय से ब्राह्मणों का कांग्रेस पार्टी के साथ लगाव होगा, अन्यथा बीजेपी पार्टी वालों को कहने का मोका मिलेगा कि कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण की नीति अपनातीं है। बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में लगभग 3 लाख ब्राह्मण मतदाता हैं। इन मतदाताओं का असर भी हार-जीत पर पड़ता है।बीकानेर पूर्व से कांग्रेस प्रत्याशी होने पर इन मतदाताओं का असर लोक सभा चुनाव में भी पड़ेगा। समाज के लोगों का मानना है कि छःन्याति ब्राह्मणों को महत्व नहीं दिया तो कांग्रेस पार्टी के जीत की संम्भावनायें कम हो जायेंगी और ये सारे मतदाता बीजेपी पार्टी की ओर मुड़ऩे को मजबूर होंगे। पत्रकार वार्ता में जयदयाल पंचारिया, श्रीधर शर्मा, गोपी किशन ओझा, अरुण कुमार पांडे, जगदीश प्रसाद गौड मौजूद रहे।