तहलका न्यूज,बीकानेर। जिले के गजनेर थाना इलाके में एक महिला और मासूम की जिंदा जलने से दर्दनाक मौत हो गई है। जानकारी मिली है कि चांडासर गांव के सांसी मोहल्ला निवासी रेवन्तराम की 22 वर्षीय पत्नी ममता व डेढ़ वर्षीय बेटी खुशी रात को झोपड़े में सो रहे थे कि देर रात झोपड़े में लगी आग में जिंदा जल गई। इसी दौरान आग लग गई। रेंवतराम की आंख खुल गई, वो बाहर भाग आया। इसी दौरान झौपड़े की छत्त गिर गई। इससे मां-बेटी झुलस गए। इन्हें बाहर नहीं निकाला जा सका। आग बुझाने के बाद मां-बेटी के कंकाल ही नजर आए।ममता का शरीर पूरी तरह जल गया। जो पैर को मोड़े हुए वो जमीन पर लेटी हुई थी। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि सोते-सोते ही वो आग की चपेट में आ गई थी।घटना की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लिया। मृतका का पीहर हापासर लूणकरणसर है। जिसके परिवारजनों ने पति पर जलाकर मारने का आरोप लगाते हुए पहले जांच की मांग उठाई है।
पिता का आरोप, हत्या की गई
उधर, ममता के पिता इसरराम ने कहा- उसकी बेटी और दोहिती को बेटी के पति रेंवतराम, ससुर रामलाल और सास गीता ने एक राय होकर जलाकर मार दिया। उसके साथ डेढ़ साल की मासूम दोहिती खुशी की भी हत्या कर दी गई है।
साढ़े तीन साल पहले विवाह
ममता और रेंवतराम की शादी करीब साढ़े तीन साल पहले 17 मई 2019 को हुई थी। इसके बाद से दोनों के बीच अनबन की बात पीहर तक पहुंचती रहती थी। इसी कारण पिता ने हत्या का मामला दर्ज करवाया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम भी मौके पर पहुंची।
बेटा दादा के पास था, बच गया
रेंवतराम की बेटी खुशी अपनी मां के साथ सो रही थी, जबकि बेटा अपने दादा के पास सो रहा था। इसी कारण वो बच गया। तीन साल के पंकज को अभी ये अहसास ही नहीं है कि उसकी मां और बहन जिंदा जल गए हैं। पंकज अभी अपने दादा के पास ही है।
सुबह पहुंचे पिता
मृतका के पिता ने बताया कि रात हो ही फोन करके उसके सूचना दी गई। सुबह चांडासर गांव पहुंच गया। वो मूल रूप से लूणकरनसर का रहने वाला है। जहां हापासर गांव में उसका मकान है।गजनेर थानाधिकारी धर्मेंद्र सिंह ने बताया- रात को घटना हुई थी। मौके पर पहुंचे तब दो की बॉडी कंकाल बन चुकी थी। परिजनों की रिपोर्ट के आधार जांच कर रहे हैं।