तहलका न्यूज,बीकानेर। एक दिवसीय पर एक विवाह समारोह में शामिल होने आएं शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि राज्य में कुछ टीचर्स शिक्षा के मंदिरों को बदनाम कर रहे हैं। ऐसे टीचर्स के खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि टीचर्स की ट्रांसफर पॉलिसी फिलहाल नहीं है लेकिन साल-डेढ़ साल में नीति बनाई जाएगी। रेलवे स्टेशन पर पत्रकारों से बातचीत में दिलावर ने कहा कि शिक्षा विभाग में 99.99 प्रतिशत टीचर्स बेहतर काम कर रहे हैं। केवल 0.001 प्रतिशत टीचर्स ऐसे हैं, जो शिक्षा के मंदिरों को बदनाम कर रहे हैं। ऐसे टीचर्स की अवैध सम्पत्ति तक जब्त हो सकती है। इसके लिए काम चल रहा है।
राज्य में टीचर्स की ट्रांसफर पॉलिसी नहीं
टीचर्स ट्रांसफर पॉलिसी पर दिलावर ने कहा कि फिलहाल कोई ट्रांसफर या समायोजन नहीं हो रहा है। माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की परीक्षाओं का आयोजन किया जा रहा है। इस परीक्षा के लिए हमारे पास 25 प्रतिशत टीचर कम है। अभी 75 प्रतिशत टीचर ही उपलब्ध है। ऐसे में बोर्ड परीक्षा के बाद समायोजन की कार्रवाई की जाएगी। राज्य में फिलहाल ट्रांसफर नीति भी नहीं है।ऐसे में ट्रांसफर नीति बनाने में भी सरकार को साल-डेढ़ साल का समय लग सकता है। इस काम के लिए टीचरों को इंतजार करना पड़ेगा। टीचरों की पदोन्नति से जुड़े सवाल पर दिलावर ने कहा कि विभाग में डीपीसी रुकी हुई थी, इसे फिर से शुरू करने के लिए विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। जल्द ही इसके परिणाम देखने को मिलेंगे।
अधिकारियों को लगाई फटकार
पंचाायती राज व शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने जिले के आलाधिकारियों व शिक्षा अधिकारियों की बैठक सरदार पटेल मेडिकल कॉलेज सभागार में ली । इस दौरान उन्होंने कई कार्यों में लापरवाही को लेकर अधिकारियों को फटकार भी लगाई। बताया जा रहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में कचरा संग्रहण नहीं होने तथा शिक्षा विभाग की अनेक योजनाओं की क्रियान्वति समयबद्व नहीं होने पर अधिकारियों को हिदायतें भी दी। इस मौके पर उन्होंने स्वच्छ भारत मिशन,मिड डे मिल की नियमित मॉनटरिंग करने के निर्देश दिए। साथ ही बकाया डीपीसी,अधिशेष शि क्षक,स्थानान्तण पॉलिसी,पीटीआई भर्ती में फर्जीवाड़े की शिकायतों की पड़ताल करने के दिशा निर्देश भी दिए। इस मौके पर संभागीय आयुक्त वंदना सिंघवी,जिला कलक्टर नम्रता सहित जिले के विधायक भी मौजूद रहे।
‘समाधान कक्ष’ का उद्घाटन
शिक्षा मंत्री श्री मदन दिलावर ने सोमवार को शिक्षा निदेशालय में नवगठित ‘समाधान कक्ष’ का उद्घाटन किया। उन्होंने समाधान कक्ष की कार्यप्रणाली के बारे में जाना।शिक्षा मंत्री ने कहा कि निदेशालय में अन्य जिलों से आने वाले कार्मिकों के लिए समाधान कक्ष उपयोगी साबित होगा। अन्य जिलों के कार्मिक अपनी परिवेदना यहां दे सकेंगे, जिन पर समयबद्ध कार्यवाही हो सकेगी। समाधान कक्ष में परिवादी के प्रार्थना पत्र को ऑनलाइन करते हुए ई-डाक के माध्यम से संबंधित अधिकारी की एसएसओ आईडी में भिजवाया जाएगा, जिससे संबंधित कार्मिक की जवाबदेही तय होगी। इसके लिए परिवादी को ऑनलाइन टाॅकन नंबर भी दिया जाएगा। शिक्षा मंत्री ने कहा कि अन्य जिलों के कार्मिकों को उनकी परिवेदना पर त्वरित कार्यवाही हो। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने निदेशालय परिसर में पौधारोपण किया। हैरिटेज हाॅल और मुख्य प्रशासनिक भवन का निरीक्षण किया। इसके बाद अधिकारियों से विभिन्न बिंदुओं पर आधारित फीडबैक लिया।