तहलका न्यूज,बीकानेर। पिछले कुछ समय से विवादों में चल रहे छतरगढ़ थाना के थानाधिकारी व एक सिपाही पर एक बार फिर गंभीर आरोप लगे है। जिसमें एक व्यक्ति द्वारा आत्महत्या करने की वजह इन्हें की बताया जा रहा है। इसको लेकर कुम्हार समाज का एक प्रतिनिधिमंडल भी आज पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम से मिला है। जिसने आरोप लगाते हुए अंतर्गत पुलिस प्रताडऩा द्वारा कुम्हार समाज के एक व्यक्ति की मौत को पुलिस द्वारा तथ्य छुपा कर मृतकों के परिवार को प्रताडि़त करने की बात कही है। तथा एसपी से दोषी पुलिस अधिकारीयों के विरुद्ध कार्यवाही की मांग भी की है। भारतीय प्रजापति आर्गेनाइजेशन के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट अशोक प्रजापत और राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष किसन संवाल के नेतृत्व में कुम्हार समाज का एक प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से मिला और छतरगढ़ थानाधिकारी संदीप कुमार और हवलदार रामस्वरूप को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर उनके विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्यवाही किए जाने की मांग की।कार्यवाही नहीं होने पर समाज द्वारा आंदोलन किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी पुलिस प्रशासन की होगी कुम्हार समाज के प्रदेश अध्यक्ष एडवोकेट अशोक प्रजापत ने बताया कि हमारे समाज के चक 11 एस.एल.डी रानेर तहसील छतरगढ़ निवासी शीशपाल पुत्र बुद्धाराम जाति कुम्हार उम्र 45 वर्ष ने पांच सितम्बर को एक सुसाइड नोट लिखकर आत्महत्या कर ली। मृतक के भाई पूर्णा राम ने हमें बताया मृतक ने सुसाइड नोट में पुलिस से प्रताडि़त होकर आत्महत्या करने का कारण लिखा। परिवार जनों को जब आत्महत्या और आत्महत्या कारणों का पता चला तो उन्होंने एसएचओ छतरगढ को सूचना दी और आत्महत्या के लिए हवलदार रामस्वरूप द्वारा परेशान होना बताया तो एसएचओ संदीप कुमार ने कहा कि यह बात किसी को मत बताना मैं अभी वहीं आ रहा हूं। इसके बाद बॉडी मोर्चरी में रखवा दी गई और थानेदार हमारे घर आए और कहा कि सुसाइड नोट कहां पर है मुझे बताओ। तब हमने हमारे मोबाइल में खींची हुई सुसाइड नोट की फोटो बताई तो उन्होंने उसे अपने मोबाइल में ले ली और हमें धमकाते हुए कहा कि अगर यह सुसाइड नोट किसी को दिखाया या किसी के आगे इस संबंध में बात की तो शिशुपाल तो मर गया पर तुम्हारी जिंदगी भी नर्क जैसी हो जाएगी। तुम सब जेल में जाओगै और मैं आपको 1,50,000 रुपए दे दूंगा। आप इस मामले को रफा-दफा कर दो। मृतक शीशपाल के भाई पूर्णाराम द्वारा मुझे समाज का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते यह सूचना दी गई जो अत्यंत दुखद और शर्मसार करने वाली घटना है उक्त घटना में छतरगढ़ थाने के हवलदार रामस्वरूप बिश्नोई और थानेदार संदीप कुमार की सुनियोजित संलिप्ता होना प्रतीत होता है। कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष किशन संवाल ने कहा की थानेदार जी ने सबूत नष्ट करने के उद्देश्य से परिवारजनों को धमकाया और प्रलोभन भी दिया जो अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है अशोक प्रजापत ने कहा कि आप उक्त घटना में संलिप्त छतरगढ़ एसएचओ संदीप कुमार, हवलदार रामस्वरूप सहित अन्य दोषी पुलिस कर्मियों को बर्खास्त करें एवं उक्त दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करें।अन्यथा समाज आंदोलन करेगा। जिसकी समस्त जिम्मेदारी के पुलिस प्रशासन बीकानेर की होगी।प्रतिनिधि मंडल में बीपीएचओ राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रजापत किशन संवाल,महामंत्री अर्जुन कुमावत नथमल गेधर,शंकर लाल मंगलाव, चोखाराम कुमावत, ओम प्रकाश कुमावत आदि शामिल रहे।
पूर्व में भी रहे है विवादों में
बताया जा रहा है कि छत्तरगढ़ थानाधिकारी संदीप कुमार पर पूर्व में भी कई संगीन आरोप लगे है। जिसकी शिकायत एसपी को भी की गई। जिसके बाद एक मामले में एसपी ने जांच भी करवाई। इतना ही नहीं थानाधिकारी पर एक रेप पीडि़ता ने भी आरोप लगाते हुए एसपी के समक्ष परिवाद दिया था। इतनी शिकायतों के बाद भी थानाधिकारी पर कार्रवाई न होना। कही न कही व्यवस्था प्रणाली पर सवालिया निशान उठाती है।