तहलका न्यूज,बीकानेर। राजनीतिक दलों में कथनी ओर करनी में हमेशा ही अंतर अब आम बात सी हो गई है। उदयपुर के चिंतन शिविर में भले की कांग्रेस ने एक व्यक्ति एक पद के प्रस्ताव को पास किया था। लेकिन इसकी अनुपालना नहीं होती दिख रही। हालात यह है कि बीकानेर शहर जिला कार्यकारिणी की आज हुई घोषणा में कुछ ऐसा ही देखने को मिला है। जब कांग्रेसी पहले से ही किसी पद पर आसीन है और उसे फिर संगठन में जगह दे दी गई। हालात यह है कि सात पार्षदों को कार्यकारिणी में जगह दी गई है। तो कई राजनीतिक नियुक्तियां प्राप्त कांग्रेसजनों को भी जिला कार्यकारिणी में जगह दी गई है। जिसमें महांमत्री पद पर नितिन वत्सस (मनोनीत पार्षद),कोषाध्यक्ष पद पर रवि पारीक,उपाध्यक्ष पद पर ललित तेजस्वी,नन्दलाल जावा (पार्षद),दिलीप बांठिया,टींकू भाटी,श्रीलाल व्यास,अब्दुल मजीद खोखर,मकसूद अहमद(पीसीसी सदस्य),हीरालाल हर्ष,अयूब अली सोढ़ा,जयदेव सिंह शर्मा,अरविंद मिढ्ढा,मनीष पुरोहित,संतोष प्रजापत को मिला है। वहीं महासचिव पद पर शिवकुमार गहलोत,पी के सरीन,नितिन चढ्ढा,रवि पुरोहित,आजम अली (मनोनीत पार्षद),वसीम राजा,हेमंत यादव,मनोज किराडू (मनोनीत पार्षद),राहुल जादूसंगत,शुलक्ष ज्याणी,आंनद जोशी,सोनूराज आसूदानी,फिरोज भाटी(जन अभाव अभियोग सदस्य),शशिकला राठौड़ (मनोनीत पार्षद ),तोलाराम सियाग,प्रेमरतन जोशी,जावेद पडि़हार (पार्षद,हज कमेटी के स्टेट मेंबर),करणीसिंह राजपुरोहित,यूनिस अली (पार्षद प्रतिनिधि) को बनाया गया है।
वहीं सचिव पद पर पूनम नायक,अभिषेक गहलोत,बरजा राज भील,गजानंद शर्मा,मनोज चौधरी,शफी खां,घनश्याम शर्मा,गौरव शर्मा,रफीक पंवार,आरिफ भुट्टो,देवकिशन गहलोत,एजाज पठान,हाजरी खां,अकबर,अर्चना नांगल,भवानी सिंह राजपुरोहित,पाबूराम नायक,ताहिर हसन कादरी (पार्षद प्रतिनिधि ),सरदार अमरीक सिंह,लक्ष्मी गुप्ता,एडवोकेट संदीप शेखावत,मुमताज बानो,रामनाथ आचार्य,राजूदेवी व्यास,मुमताज शेख,संतोष पडि़हार,संतोष गुर्जर,रईस अली,सोहन राव को नियुक्त किया है। प्रवक्ता पद पर विकास तंवर,अनिल सारड़ा और सोशल मीडिया प्रभारी पर जयवीर सिंह वाल्मीकि,मोहम्मद अकरम अली को नियुक्त किया गया है।
बैलेस बनाने का प्रयास
जिलाध्यक्ष सहित पिछली कार्यकारिणी के अधिकांश चेहरों पर कांग्रेस ने भरोसा जताकर आगामी चुनाव तक किसी प्रकार की नाराजगी से बचने का रास्ता निकाला है। नई कार्यकारिणी की घोषणा के साथ राजनीतिक गलियारों में भी तरह तरह की बातें उठने लगी है। जहां यूआईटी अध्यक्ष पद के दावेदारों में से अधिकांश को कार्यकारिणी में जगह देकर अब इस राजनीतिक नियुक्ति की आस को भी ठंडे बस्ते में डाल दिया है। तो जिलाध्यक्ष यशपाल गहलोत के अधिकांश नामों को त्वज्जों देकर भी प्रदेश ने एक अलग संदेश दिया है। इस कार्यकारिणी ने विरोध की चिन्गारी तो लगा दी है और एक व्यक्ति अनेक पदों को लेकर नाराजगी का दौर भी शुरू हो गया है।