जयनारायण बिस्सा
तहलका न्यूज,बीकानेर। केन्द्रीय कानून मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने बीकानेर संसदीय सीट पर भले ही चौथी बार जीत गये हो। लेकिन पिछले दो चुनावों में लगातार बढ़े जीत के अंतर में इस दफा इस प्रकार गिरावट आई है। जो चर्चा का विषय बन गई है। जबकि 6 विधायक भाजपा के बीकानेर संसदीय सीट की आठ विधानसभा सीटों से है। जबकि दो पर कांग्रेस के विधायक है। इस परिणाम के बाद अब दोनों ही पार्टियों में इस बात को लेकर मंथन शुरू हो गया है कि आखिर कमी कहा रही। जहां भाजपा इस बात को लेकर चिंतित है कि पांच लाख से जीत का दावा करने वाले पचपन हजार में सिमट गये। जबकि राज्य सरकार में बीकानेर से एक मात्र मंत्री के विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस 2456 मतों से आगे रही। तो जिले में सबसे ज्यादा वोटों से चुनाव जीतने वाली कोलायत विधानसभा क्षेत्र से महज 241 वोट से भाजपा को बढ़त मिल पाई है। इतना ही नहीं खाजूवाला में 17274 मतों से जीतनी वाली भाजपा यहां से 7371 वोट से पिछड़ गई। वहीं श्रीडूंगरगढ़ में भी 8 125 मतों के अंतर से जीतने वाली भाजपा यहां 9590 मतों से पिछे रही। उधर कांग्रेस भी इस परिणाम को लेकर सकपका गई कि अनूपगढ़ में 37881 के भारी अंतर से भाजपा को शिकस्त देने के बाद भी जीत के मतों को लोकसभा चुनाव में सहज नहीं पाई और यह अंतर घटकर 7839 रह गया। तो नोखा में 8149 से भाजपा को हराकर विधानसभा पहुंचे वाली कांग्रेस विधायक लोकसभा चुनाव में पंचे को बढ़त नहीं दिला पाई। जबकि यहां से भाजपा 1877 वोटों की बढ़त लेने में कामयाब रही। अब इसको लेकर कानफुसी की जा रही है कि शहरी क्षेत्र के मतदाताओं ने ही मोदी व जयश्रीराम के नाम पर भाजपा की लाज बचा ली। आंकड़ों की बात करें बीकानेर पश्चिम की 41080 व बीकानेर पूर्व की 38329 की बढ़त ने भाजपा उम्मीदवार को संजीवनी दे दी। नहीं तो भाजपा के लिये यहां का परिणाम भी पक्ष में नहीं होता। राजनीतिक गलियारों में इस बात को लेकर चर्चा जोर शोर से की जा रही है कि केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के साथ तो सांप भी मर जाएं और लाठी भी न टूटे वाली कहावत चरितार्थ लागू हो गई तो कांग्रेस प्रत्याशी गोविन्दराम मेघवाल के साथ हमें अपनों ने लूटा गैरो में कहा दम था वाली युक्ति सटीक बैठी।
लोकसभा में इतने मिले विधानसभा वार वोट
खाजूवाला में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 63098 वोट मिले तो कांग्रेस के गोविन्दराम को 70466 वोट प्राप्त हुए। बीकानेर पश्चिम में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 95238 वोट मिले तो का ंग्रेस के गोविन्दराम को 54158 वोट हासिल हुए। बीकानेर पूर्व में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 92198 वोट मिले तो कांग्रेस के गोविन्दराम को 53869 वोट मिले। कोलायत से अर्जुनराम मेघवाल को 57851 वोट मिले तो गोविन्दराम को 57610 वोट प्राप्त किये। लूणकरणसर में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 62732 वोट मिले तो कांग्रेस के गोविन्दराम को 65188 वोट प्राप्त हुए। श्रीडूंगरगढ़ में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 57571 वोट मिले तो कांग्रेस के गोविन्दराम को 67161 वोट हासिल किये। नोखा में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 55678 वोट मिले तो कांग्रेस के गोविन्दराम को 53801 वोट प्राप्त हुए। अनूपगढ़में भाजपा के अर्जुनराम मेघवाल को 76874 वोट मिले तो कांग्रेस के गोविन्दराम को 84713 वोट हासिल किये। इस प्रकार अर्जुनराम को 5 61240 व गोविन्दराम को 506966 मत प्राप्त हुए।
विधानसभावार इतने वोटों से जीते विधायक
हाल ही 6 माह पहले हुए विधानसभा चुनाव में बीकानेर की आठ विधानसभा सीटों में से 6 पर भगवा फहरा। उसके बाद भी भाजपा की 54274 वोटों से ही जीत हुई है। हालांकि इसके पीछे भाजपाई कम वोटिंग को बड़ा कारण मान रही है। लेकिन राजनीतिक जानकारों का मानना है कि इस चुनाव में दिखावा ज्यादा ओर मेहनत कम हुई। चाहे वो भाजपा की ओर से हो या कांग्रेस की ओर से। अगर विधानसभा चुनावों के आंकड़ों पर नजर दौडाएं तो खाजूवाला में भाजपा विधायक को 83215,कोलायत विधायक को 101093,लूणकरणसर विधायक को 60452,बीकानेर पश्चिम विधायक को 97786,बीकानेर पूर्व विधायक को 88387,श्रीडूंगरगढ़ विधायक को 65690 तथा अनूपगढ़ से भाजपा प्रत्याशी को 64865 वोट मिले। जबकि नोखा से कांग्रेस की विधायक को 8 3215 तथा अनूपगढ़ से कांग्रेस विधायक को 102746 मत हासिल हुए। कम वोटिंग के बीच केवल अनूपगढ़ में ही भाजपा को विधानसभा चुनाव से ज्यादा वोट मिले। तो कांग्रेस विधायक को नोखा व अनूपगढ़ से निराशा हाथ लगी। (इनमें पोस्टल बैलेट के मत नहीं जोड़ गये)