तहलका न्यूज,बीकानेर। कर्मचारियों की लंबित मांगों को लेकर अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ एकीकृत ने सरकार का ध्यान आकर्षण कराया। इसको लेकर सभी संभागों एवं जिलों में सद्बुद्धि यज्ञ का अनुष्ठान कर लंबित मांगों पर सरकार का ध्यान आकर्षण कराया गया। कलेक्ट्रेट में भी कर्मचारियों ने अध्यक्ष भगवती लाल के नेतृत्व में ध्यानाकर्षण यज्ञ किया। जिलाध्यक्ष ने कहा कि महासंघ लंबे समय से मांगों को लेकर सरकार तक अपनी आवाज पहुंचा रहा है। किन्तु सरकार इस ओर ध्यान नहीं दे रही है। ऐसे में बजट से पूर्व महासंघ की ओर से सरकार की सद्बुद्वि के लिये यज्ञ किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रमुख मांग है कि वेतन विसंगतियों को दूर करने के लिए गठित सामंत कमेटी और खेमराज कमेटी की रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए। चयनित वेतनमान (एसीपी) का लाभ 9, 18 और 27 साल के स्थान पर 8,16, 24 और 32 साल पर पदोन्नति पद के समान दिया जाएं। ग्रेड- पे 2400 व 2800 के लिए बनाए गए पे-लेवल को समाप्त कर केंद्र के अनुरूप पे मैट्रिक्स क्रमश: 25500-81100 एवं 29200-92300 निर्धारित की जाए। साथ ही मंत्रालयिक कर्मचारियों को सचिवालय कर्मचारियों के समान पदोन्नति लाभ दिया जाए। उन्होंने बताया कि कांग्रेस के घोषणापत्र के अनुसार जनता जल योजना कर्मी, होमगार्ड, आंगनबाड़ी कर्मियों, सीसीडीयू एवं सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अंशकालीन रसोइये व चौकीदार, संविदाकर्मियों, एनआरएचएम एवं एनयूएचएम कर्मियों, पैरा टीचर्स, उर्दू पैरा टीचर्स, लोक जुंबिश कर्मियों, शिक्षाकर्मियों, विद्यार्थी मित्रों, पंचायत सहायकों, प्रेरक, वनमित्र, कृषि मित्र, चिकित्सा कर्मी, एंबुलेंस कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर, संविदा फार्मासिस्ट, मुख्यमंत्री निशुल्क जांच योजना में लगाए गए लैब टेक्नीशियन व लैब अटेंडेंट, आईटीआई संविदा कर्मी एवं पशुपालन विभाग के पशुधन सहायक आदि सभी अस्थायी कर्मचारियों को नियमित किया जाए। पेंशनर्स को पेंशन वृद्धि का लाभ 80 वर्ष पर 20 प्रतिशत देने के स्थान पर 65,70,75 व 80 साल पर क्रमश: 5-5 प्रतिशत वेतन वृद्धि करना आदि शामिल है।