तहलका न्यूज,बीकानेर। लंबे इंतजार के बाद आखिरकार कांग्रेस ने प्रदेश में कांग्रेस के जिलाध्यक्षों की घोषणा कर दी है। बीकानेर शहर व देहात सहित प्रदेश के 45 जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान कर दिया गया है। पूर्व आईपीएस मदन गोपाल मेघवाल को शहर व बिसनाराम सियाग को देहात अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इन दोनों नामों का तहलका न्यूज ने पूर्व में ऐलान कर दिया था। तहलका न्यूज की 15 नवम्बर की प्रकाशित खबर में शहर अध्यक्ष के लिये मदनगोपाल मेघवाल व देहात अध्यक्ष के लिये बिसनाराम सियाग को अध्यक्ष बनाने की बात कही थी।

कांग्रेस के प्रत्याशी रह चुके
मदन गोपाल मेघवाल साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी रह चुके हैं। उन्हें केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल ने चुनाव में हरा दिया था। वो अर्जुनराम मेघवाल के रिश्ते में भाई भी है। दोनों भाईयों ने आमने-सामने लोकसभा चुनाव लड़ा था लेकिन बड़े अंतर से अर्जुनराम मेघवाल चुनाव जीत गए थे। इसके बाद अगले चुनाव साल 2024 में मदन गोपाल मेघवाल को वापस टिकट नहीं मिला, उनकी जगह गोविंदराम मेघवाल को टिकट मिला। पिछले पांच-सात साल से बीकानेर की राजनीति के हाशिये पर चल रहे मदन गोपाल मेघवाल को इस नियुक्ति के बाद पार्टी में महत्व मिलने वाला है।

दूसरी बार देहात अध्यक्ष
दिवंगत रामेश्वर डूडी गुट से आने वाले बिशनाराम सियाग को एक बार फिर देहात अध्यक्ष का जिम्मा मिल गया है। देहात अध्यक्ष के रूप में उनका कार्यकाल सिर्फ दो साल का था, ऐसे में उन्हें फिर से अवसर मिल गया है। डूडी के निधन के बाद से ही ये माना गया था कि सियाग की जगह किसी अन्य को अवसर मिल सकता है लेकिन बिशनाराम अपना पद बचाने में कामयाब रहे।

बी.डी. कल्ला गुट में निराशा
शहर कांग्रेस अध्यक्ष पद पर डॉ. बी.डी. कल्ला गुट को निराशा हाथ लगी है। डॉ. कल्ला के गुट से उनके भतीजे अनिल कल्ला दावेदार थे। वहीं विकल्प के रूप में कल्ला गुट से पूर्व मेयर मकसूद अहमद का भी नाम दिया गया था। इन दोनों नामों पर कांग्रेस पार्टी ने विचार नहीं किया। उधर, शहर अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे यशपाल गहलोत भी दावेदार थे। यशपाल गुट ने भी विकल्प के रूप में जिया उर रहमान का भी नाम था। इन नामों पर भी विचार नहीं हुआ। उधर,सचिन पायलट गुट से अरुण व्यास का नाम चल रहा था।