तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के नयाशहर थाना क्षेत्र इन दिनों खासा सुर्खियों में है। जहां आएं दिन कोई न कोई वारदात हो रही है तो पुलिसकर्मियों की कार्यप्रणाली का भी आमजन में रोष है। ऐसे ही दो प्रकरण शनिवार रात प्रकाश में आएं है। जिसमें एक पुलिसकर्मियों व कार ड्राइवर में आपसी विवाद का मामला है तो दूसरा लड़कियों के साथ छेड़छाड़ करने वाले आरोपियों को बिना कार्यवाही छोडऩे का मामला है। बताया जा रहा है कि पूगल फांटे पर पुलिस व कार ड्राइवर के बीच झड़प की घटना सामने आई है। आरोप है कि एक इनोवा कार चालक को पुगल फाँटे पर तैनात पुलिसकर्मियों द्वारा कागजात दिखाने के नाम पर रोककर मारपीट की गई जिसके बाद माहौल गरमा गया। घटना के बाद मौक़े पर भारी संख्या में भीड़ इक्क्ठा हो गई और पुलिस के इस बर्ताव के विरोध में प्रदर्शन कर रहे है। इनोवा के पीडि़त ड्राइवर किशन सिंह ने बताया कि वह अपनी गाडी लेकर पूगल फांटे से गुजर रहा था इस दौरान फाँटे पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने उसे कागजात दिखाने को कहा और कुछ समझ पाता इससे पहले मौक़े पर मौजूद राकेश बिश्नोई व एक अन्य कास्टेबल ने उसे दो थप्पड़ जड़ दिए। पीडि़त ने बताया इसके बाद उसने घटना की जानकारी अपने मालिक व टेक्सी स्टेण्ड के साथियों को दी। घटना की जानकारी मिलते ही मौक़े पर भारी भीड़ जुट गई और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करने लगी। इससे माहौल गरमा गया। मौक़े पर मौजूद सब इंस्पेक्टर रामगोपाल ने इस प्रकार के घटनाक्रम को ही नकार दिया। वंही नयाशहर थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने कहा कि पीडि़त पक्ष से सुबह थाने बुलाकर बात की जायेगी और जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ आवश्यक कार्यवाही की जायेगी। खबर लिखें जाने तक मौक़े पर भारी भीड़ जुटी हुई थी और दोनों आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही की मांग पर अड़े हुए थे।
महिला पार्षद हुई खफा
उधर वार्ड दो की पार्षद सुधा आचार्य ने भी थाना पुलिस की कार्यप्रणाली की शिकायत एसपी से की है। पार्षद का कहना था कि मुरलीधर व्यास कॉलोनी में कुछ युवक पिछले कई महिनों से युवतियों के साथ छेडछाड़ की घटनाओं को अंजाम दे रहे है। आज भी उन्होंने ऐसा किया तो पुलिस को फोन किया। पुलिस की गाड़ी पहुंची और तीन युवकों को साथ ले आई। वहीं एक युवक को क्षेत्र की महिलाएं पकड़कर थाने पहुंची उससे पहले ही पकड़े गये तीन युवकों को पुलिस ने बिना किसी कार्यवाही के छोड़ दिया। जिससे वे नाराज हो गई और तुरंत संभागीय आयुक्त व एसपी को से बातचीत की। एसपी ने लिखित परिवाद देने की बात कही है। आचार्य का आरोप है कि आखिर पुलिस ने उन्हें किस आधार पर छोड़ा।