तहलका न्यूज,बीकानेर। सफाई कर्मचारी की भर्ती में वाल्मीकि समाज को प्राथमिकता देने की मांग क ो लेकर विरोध बढ़ता जा रहा है। जिसको लेकर बीकानेर में सामूहिक वाल्मिकी संघर्ष समिति के बेनर तले वाल्मीकि समाज की ओर से प्रदर्शन कर सीएम के नाम कलक्टर को ज्ञापन दिया। समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि अगर सरकार ने हमारी मांग को जल्द पूरा नहीं किया। तो शनिवार को सामूहिक अवकाश पर रहेंगे।फिर भी मांगे नहीं मानी तो सोमवार से कार्य बहिष्कार किया जायेगा।कर्मचारी नेता शिवलाल तेजी ने बताया- प्रदेश में सरकार ने जो 24 हजार 797 पदों पर सफाई कर्मचारी की भर्ती की है। उस भर्ती के नियमों में कुछ संशोधन का प्रस्ताव संघ ने सरकार को दिया था। इन मांगों पर सरकार और संघ के बीच 15 मार्च को समझौता भी हुआ।समझौते में नगरीय निकायों में काम करने वाले सफाई कर्मचारियों (अस्थायी) को वरियता देने एवं जिन अभ्यर्थियों के साल 2012 और 2018 की भर्ती के प्रकरण कोर्ट में विचाराधीन हैं। उन पर नीतिगत निर्णय करके नियुक्ति देने पर सहमति बनी थी। लेकिन सरकार ने सहमति पत्र को दरकिनार कर भर्ती करने की तैयारी शुरू की है। जिसे हम किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं करेंगे। प्रदर्शन करने वालों में गणेश चन्देलिया,गजराज चांवरिया,चन्द्रशेखर चांवरिया,ओमप्रकाश लोहिया,नवल कुमार,ईश्वर जावा सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग शामिल रहे।

इन मांगों को लेकर अड़ा है वाल्मिकी समाज
सफाई कर्मचारियों की भर्ती मस्टरोल के आधार पर की जाए। जिसमें 1 साल तक पहले कर्मचारी से काम करवाया जाए, उसके बाद नियुक्ति दी जाए।
वाल्मिकी समाज के अभ्यर्थियों को प्राथमिकता दी जाएं।