तहलका न्यूज,बीकानेर।पर्यावरण विज्ञान विभाग, महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्याल, राज ऋषि गवर्नमेंट ऑटोनॉमस कॉलेज अलवर,राजस्थान वेटरिनरी एंड एनिमल साइंस विश्वविद्यालय,स्टेट फॉरेस्ट एंड वाइल्डलाइफ डिपार्मेंट,गवर्नमेंट ऑफ राजस्थान व बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी के संयुक्त प्रावधान में 1 से 7 अक्टूबर तक वन्य जीव सप्ताह का आयोजन किया गया हैं। इस सात दिवसीय कार्यक्रम में ऑनलाइन व ऑफलाइन मोड से 20 अतिथि व्याख्यानों व प्रशिक्षणों का आयोजन किया गया, वन्यजीव गणना, शोध के आयाम, वन्यजीव रेस्क्यू ट्रेनिंग भी दी गई। एक सप्ताह तक आयोजित कार्यक्रम में प्रतिदिन रंगोली,पोस्टर, वाद विवाद,लेखन और वन्य जीव छायांकन की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया। इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन में अमेरिका ,तंजानिया ,नाइजीरिया ,नेपाल,बांग्लादेश,फिलिपिंस,पाकिस्तान,मलेशिया,जाम्बीया आदि देशों सहित कुल 1200 से ज्यादा प्रतिभागियों ने इसमें रजिस्ट्रेशन करवाया है।समापन समारोह का शुभारम मुख्य अतिथि कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित जी ने दीप प्रज्वलित के साथ किया। कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित जी ने पर्यावरण संरक्षण के जमीन से जुड़े पहलुओ के बारे में बताया और कहा कि आज के युवा वर्ग को पर्यावरण संरक्षण में योगदान देना चाहिए। पर्यावरण विभागाध्यक्ष प्रो. अनिल कुमार छंगाणी ने वन्यजीव सप्ताह के अन्तर्गत होने वाली गतिविधियों की जानकारी दी। राजूवास के शोध निर्देशक डाॅ. सकर पालेचा ने वन्यजीव संरक्षण को अत्यन्त महत्वपूर्ण बताते हुए वन्यजीव विष विज्ञान के बारे में जानकारी दीं। राज ऋषि कॉलेज के मोहनीश मेहरा ने वन्यजीवों पर कीटनाशक के दुष्प्रभाव के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी। कार्यक्रम के अन्त में डाॅ. लीला कौर द्वारा सभी का धन्यवाद ज्ञापन किया गया। समारोह में वन्यजीव सप्ताह के विवरणिका का अनावरण किया गया तथा राजऋषि महाविद्यालय, अलवर द्वारा प्रकाशित तीन पुस्तकों का अनावरण किया गया। जिनका सम्पादन डाॅ. ममता शर्मा द्वारा किया गया।विभिन्न गतिविधियों के विजेताओं को माननीय कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित जी ने स्मृति चिन्ह दे कर पुरस्कृत किया गया] जो कि रंगोली प्रतियोगिता में क्रमशः प्रथम,द्वितीय व तृतीय स्थान-ज्योति जोशी,नीलम गहलोत व प्रकृति,निबंध में-पूर्वी भोजक,निधि शर्मा व मेनका] पोस्टर में-पूर्वी भोजक,निधि शर्मा व मेनका एवं फोटोग्राफी में-अमित कुमार,नीलम गहलोत व हिमांशु आदि प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। कार्यक्रम का संचालन डाॅ.ममता शर्मा ने किया। समापन समारोह के दौरान प्रो- राजाराम चोयल, डाॅ.अनिल कुमार दुलार, डाॅ.प्रभूदान चारण, डाॅ.लीला कोर, डाॅ.मेघना शर्मा, डाॅ ज्योति लखानी, डाॅ.सीमा शर्मा, डाॅ.सोबती, डाॅ.संतोष शेखावत, डाॅ.मानकेश्व सैनी, बिठ्ठल बिस्सा व डाॅ निर्मल भार्गव भी उपस्थित थे।