दिल्ली।जेपी नड्डा के बाद भाजपा की कमान कौन संभालेगा? यह सवाल इन दिनों सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।पार्टी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष को लेकर संगठन और संघ के स्तर पर मंथन जारी है। राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बार नया भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष राजस्थान से भी हो सकता है।45 साल के भाजपा के इतिहास में अभी तक राजस्थान से भाजपा अध्यक्ष नहीं बना है।नए चेहरे की तलाश में पार्टी के दिग्गज जुटे हैं।ऐसी उम्मीद की जा रही है कि इस बार यह जिम्मेदारी ‘मरुधरा’ को मिल सकती है।राजस्थान के ऐसे 4 नेता है जिनके नाम पर विचार किया जा सकता है।इन नेताओं की संगठन में जहां मजबूत स्थिति है वहीं सरकार में भी उनका कद ऊंचा है।इनमें अर्जुन राम मेघवाल,भूपेंद्र यादव,सुनील बंसल और वसुंधरा राजे का नाम है।राजनीतिक पंडितों की मानें तो अर्जुन राम मेघवाल और भूपेंद्र यादव को ज्यादा प्रबल दावेदार बताया जा रहा है।

राजस्थान की संभावना बलवती
भारतीय जनता पार्टी 6 अप्रैल 1980 को अस्तित्व में आई। तो अपने स्थापना के 45 वर्ष बीतने के बाद भी आज तक राजस्थान से कोई भी अध्यक्ष पद के लिए नहीं चुना गया है।इस वजह से भाजपा के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष के राजस्थान से होने की संभावना बलवती है।

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर चुनाव की प्रक्रिया
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए व्यक्ति का 15 साल तक पार्टी का सक्रिय सदस्य होना अनिवार्य है।राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव से पहले,पार्टी के निचले स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक संगठनात्मक चुनाव होते हैं। इसमें मंडल,जिला और फिर प्रदेश स्तर के अध्यक्ष और समितियां चुनी जाती हैं।राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के लिए यह आवश्यक है कि कम से कम आधे से अधिक राज्यों (लगभग 19 या उससे अधिक) में प्रदेश अध्यक्षों का चुनाव पूरा हो चुका हो।राष्ट्रीय अध्यक्ष का चुनाव एक निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है,जिसमें राष्ट्रीय परिषद के सदस्य और प्रदेश परिषदों के सदस्य शामिल होते हैं।

प्रस्ताव और अनुमोदन

राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लड़ने वाले व्यक्ति के नाम का प्रस्ताव निर्वाचक मंडल के कम से कम 20 सदस्य संयुक्त रूप से कर सकते हैं।यह संयुक्त प्रस्ताव कम से कम ऐसे 5 प्रदेशों से आना जरूरी है,जहां राष्ट्रीय परिषद के चुनाव पूरे हो चुके हों।नामांकन पत्र पर उम्मीदवार की मंजूरी भी आवश्यक है।

अध्यक्ष का कार्यकाल

भाजपा के संविधान के अनुसार, राष्ट्रीय अध्यक्ष का कार्यकाल तीन साल का होता है।वह अधिकतम दो लगातार कार्यकालों के लिए इस पद पर रह सकता है।हालांकि,विशेष परिस्थितियों में कार्यकाल बढ़ाया भी जा सकता है।

नामांकन से ही होता है नए अध्यक्ष का खुलासा
कौन होगा भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष? इसका खुलासा नामांकन के दिन हो जाएगा।पार्टी पहले नामांकन की तिथि की घोषणा करेगी। यह रिकॉर्ड है कि भाजपा में अभी तक राष्ट्रीय अध्यक्ष के लिए चुनाव नहीं हुए हैं।एक नामांकन होता रहा है। वही होता है भाजपा का राष्ट्रीय अध्यक्ष।