फार्मासिस्टों की हड़ताल से मरीजों की बढ़ी आफत
तहलका न्यूज,बीकानेर। पीबीएम सहित सभी सरकारी हॉस्पिटलों मे फार्मासिस्टों की हड़ताल के कारण मरीजों की आफत बढ़ गई। भीड़भरे आउटडोर में जैसे-तैसे डॉक्टर को दिखाकर दवाई लिखवाने में कामयाब हुए मरीजों और उनके परिजनों को तब निराश होना पड़ा जब दवा वितरण केन्द्रों (डीडीसी) पर कोई नहीं मिला। जो इक्का-दुक्का डीडीसी खुले रहे उन पर इतनी भीड़ लगी कि अधिकांश लोगों की हिम्मत जवाब दे गई और वे बिना दवाई लौटे। फामासिस्ट कर्मचारी संघ के अध्यक्ष गोरधनराम जाट की अगुवाई में कर्मचारियों ने शुक्रवांर को एक बार फिर पीबीएम हॉस्पिटल सुपरिटेंडेंट डॉ.पी.के.सैनी को सात सूत्री मांग-पत्र सौंपा। इन कर्मचारियों ने कलेक्ट्रेट पर धरना लगाया। सरकार पर हठधर्मिता के खिलाफ नारे लगाए। जाट का कहना है, हम पूरे समर्पण भाव से मरीजों की सेवा करना चाहते हैं। जो दवाइयां एक जगह नहीं होती दूसरी डीडीसी से लाकर देते हैं। सालों से काम कर रहे हैं। हमारी मांगें भी सालों से हैं। सरकार सहमति के बाद भी इन पर काम नहीं कर रही है। बार-बार चेतावनी देने के बाद दो घंटे कार्यबहिष्कार किया। इतने पर भी सरकार के कानों में जूं नहीं रेंगी। ऐसे में एक दिन पूर्ण कार्यबहिष्कार की घोषणा की। इस पर वार्ता बुलाई लेकिन इस कमेटी में भी वित्त विभाग के अधिकारी नहीं आना जाहिर करता है कि सरकार इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है। ऐसे में मजबूरी में हमें काम छोडऩा पड़ा है।

इन मांगों को लेकर चल रहा है आन्दोलन
नर्सिंग संवर्ग के समान विभिन्न भत्ते, 11 वर्षों से लंबित वेतन विसंगति दूर कर फार्मासिस्ट का एंट्री लेवल ग्रेड पे एल-11, फार्मासिस्ट ग्रेड प्रथम की ग्रेड पे एल-12, अधीक्षक फार्मासिस्ट की ग्रेड पे एल-14 करने, फार्मासिस्ट एवं फार्मासिस्ट ग्रेड प्रथम का पदनाम परिवर्तन कर क्रमशरू फार्मेसी ऑफिसर एवं सीनियर फार्मेसी ऑफिसर करने, वर्ष 2021 से कुल 817 पदों पर 31 अगस्त 2023 तक डीपीसी करके पदस्थापन देने, फार्मासिस्ट भर्ती 2023 को पूरा कर आचार संहिता से पूर्व नियुक्ति देने की मांग की गई है। इसके साथ.साथ डीडीसी पर संविदा फार्मासिस्ट, हेल्पर तथा मशीन विद मैन की नियुक्ति करने तथा उन्हें संविदा सेवा नियम 2022 के तहत सम्मानजनक वेतन देने, ऑफलाइन रिकॉर्ड बंद कर केवल ऑनलाइन रिकॉर्ड संधारण के आदेश जारी करने की मांग भी की गई है।

मुआवजे पर अड़े परिजन,लगाया मोर्चरी के आगे धरना
तहलका न्यूज,बीकानेर। शहर के बीछवाल थाना क्षेत्र में गुरुवार को स्कूली छात्र की मौत का मामला गर्मागया है और मृतक परिजनों ने मोर्चरी के बाहर धरना लगा दिया है। जानकारी के अनुसार परिजन 25 लाख रुपए का मुआवजा, सरकारी नौकरी और दोषी स्कूल स्टाफ के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की। मृतक के परिजनों ने स्कूल के पीटीआई व प्रिंसिपल पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाये है। शिवबाड़ी निवासी लालचंद ने परिवाद के माध्यम से आरोप लगाते हुए बताया कि उसका बेटा मूलचंद आज सुबह करीब सवा सात बजे आईजीएनपी स्कूल बीकानेर में मैच खेलने के लिए गया। परिवादी ने पीटीआई मैडम पर आरोप लगाते हुए बताया कि सभी को समय पर पहुंचने के लिए कहा गया था लेकिन मैडम खुद ही नहीं पहुंची।परिवादी ने बताया कि ऐसे में सभी बच्चे हुंसगसर हैड पर पहुंच गए। जहां पर उसके बच्चे की नहर में डूबने से मौत हो गयी। परिवादी ने पीटीआई मैडम व सम्बंधित स्कूल के प्रिंसिपल पर आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है। वहीं थानाधिकारी महेन्द्र दत्त ने बताया कि छात्र हुंसगसर हैड़ पर नहाने के लिए गए थे। इसी दौरान बच्चे की मौत हो गयी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।

दस दिन तक आन्दोलन को किया स्थगित
तहलका न्यूज,बीकानेर। पेट्रोल पर राजस्थान में अन्य राज्यों से वैट ज्यादा होने से की मांग को लेकर पेट्रोल विक्रेताओं का चल रहा आन्दोलन दस दिन के लिये स्थगित कर दिया गया है। इसको लेकर सरकार एक समिति का गठन कर दिया है। जो तय करेगा। इससे पहले आज तीसरे दिन भी हड़ताल का असर देखने को मिला। जिले में कहीं भी पेट्रोल नहीं मिला। सुबह से ही लोग परेशान हुए। बीकानेर पेट्रोलियम एसोसिएशन ने दावा किया है कि जिले के करीब 250 पेट्रोल पंप आज सुबह से दोपहर तक बंद रहे। जस्सूसर गेट,जैसलमेर रोड,स्टेशन रोड,अम्बेडकर सर्किल,गंगाशहर,भीनासर,बाइपास सहित क्ष़ेत्रों में स्थित पेट्रोल पंपों पर लोग पहुंचे लेकिन मायूस ही लौटना पड़ा। हड़ताल के दौरान बीकानेर पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष सुरपत सिंह राजवी, जयदेव शर्मा, शंकरलाल सारण, वेदांत शर्मा, पवन बोहरा, अमित सांखला, नरेन्द्र कल्ला, संजय चांड़क, अरविन्द दाधीच सक्रिय रहे।

पीबीएम चिकित्सकों के घरों में चल रही दुकानों पर आपति,लगाया धरना
तहलका न्यूज,बीकानेर। पीबीएम चिकित्सकों द्वारा अपने घरों में चिकित्सा की दुकानों को खोलने के विरोध में राष्टीय किसान संघ की ओर से जिला कलक्टर कार्यालय के सामने सांकेतिक धरना लगाया गया। धरने को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि पी. बी. एम. अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा अपने घरों में दवा की दुकानें खोलकर नैतिकता व सर्विस रूल का उल्लघन कर रहें है। सभी चिकित्सकों अपने घरों में दवाईयों की दुकानें खोलने से फार्मोसिस्टों की दुकानों पर काम करने वाले अनेक युवा बेरोजगार हो गये। हालात यह है कि यहां आने वाले किसानों से मनमानी राशि वसूल की जाती है। अगर सरकार द्वारा इन पर कार्रवाई नहीं की गई तो संघ की ओर से बड़ा आन्दोलन किया जाएगा। इस दौरान बीकानेर व्यापार उद्योग मंडल ने भी धरने का समर्थन करते हुए पी. बी. एम. अस्पताल में कार्यरत व अन्य सरकारी चिकित्सकों को कानून रूप से पाबंद करने की मांग दोहराई है।

जलापूर्ति बाधित तो लगाया जाम
तहलका न्यूज,बीकानेर। पिछले पांच दिनों से जोशीवाड़ा सहित आसपास क्षेत्र में जलापूर्ति की सप्लाई नहीं होने से आक्रोशित लोगों का गुस्सा आज फूट पड़ा और उन्होंने कोटगेट पर जाम लगाकर जलदाय विभाग व सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इन लोगों का रोष था कि गर्मी में तो जल आपूर्ति बाधित होती आई है,लेकिन इस मौसम में पांच पांच दिनों तक पानी नहीं आने से क्षेत्र के लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है। हालात यह है कि मंहगे भावों में पानी के टैंकर मंगवाने पड़ रहे है। जाम की सूचना पर मौके पर पहुंची कोतवाली थाना पुलिस के अधिकारियों ने प्रदर्शनकारियों से समझाइन का प्रयास किया। किन्तु वे मानने को तैयार नहीं थे। ऐसे में जलदाय विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने बाधित जलापूर्ति शीघ्र दुरूस्त करने का आश्वासन देने पर जाम खुलावाया गया। जाम के कारण कोटगेट से सादुल स्कूल तथा जोशीवाड़ा क्षेत्र में आवागमन बाधित हो गया।

पकड़ा अवैध डीजल,एक जने को किया गिरफ्तार
तहलका न्यूज,बीकानेर। एक ओर जहां पेट्रोल पंपों पर हड़ताल चल रही थी वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन और पुलिस की टीम ने हजारों लीटर अवैध डीजल पकड़ा है। दो जगह हुई पुलिस कार्रवाई में पकड़े गए डीजल में अब रसद विभाग की टीम यह पता लगा रही है कि यह कहां से आया, किस उद्देश्य से स्टोरेज किया और कहां बेचा जा रहा था। नोखा और गंगाशहर दो जगह पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम को मिली सूचना के आधार पर डीएसटी की टीम ने छापा मारा। यहां पानी की सिंटेक्स जैसी टंकियों में लगभग 25 हजार लीटर डीजल मिला है। डीजल का यह अवैध कारोबार पेट्रोल पंपों की हड़ताल के कारण है या लंबे समय से चल रहा है इस बारे में पता लगाया जा रहा है।