तहलका न्यूज,बीकानेर। बीकानेर के एक ओर विश्वविद्यालय के कुलपति पर सरकारी धन के दुरूपयोग के गंभीर आरोप लगे है। ये आरोप किसी ओर ने नहीं बल्कि भाजपा विचारधारा के छात्र संगठन एबीवीपी की ओर से लगाएं गये है। संगठन की ओर से आयोजित प्रेस वार्ता में अखिल भारतीय वि‌द्यार्थी परिषद बीकानेर स्वामी केशवानंद कृषि विश्ववि‌द्यालय बीकानेर में सामने आई फीस वृद्धि,भ्रष्टाचार एवं वित्तीय अनियमितताओं की गंभीरता पर आक्रोश व्यक्त किया है। प्रांत सहमंत्री मोहित जाजड़ा का आरोप है कि कृषि विश्ववि‌द्यालय में छात्रों से भारी-भरकम फीस वसूली जा रही है, वहीं कुलपति और प्रशासन के कुछ अन्य अधिकारी अपनी विलासिता को बढ़ावा देने में व्यस्त है।

जेब छात्रों की,विलासिता वीसी की
जाजड़ा ने कहा कि एक ओर जहां छात्रों की समस्याओं पर कोई ध्यान नहीं है,वहीं दूसरी ओर वीसी की आलीशान जीवनशैली (20 लाख की गाड़ी तो करोड़ों रुपए के बंगले का रिनोवेशन) और खर्चों पर सवाल खड़े हो रहे हैं। जहां पूर्व कुलपति ने कुछ दिनों पहले ही नया वाहन वह बंगले के लिए लाखों करोड़ों रुपए खर्च किए थे इन कुलपति महोदय ने पदभार ग्रहण करते ही पुन: टाटा हैरियर जैसा महंगा नया वाहन व अपने बंगले और ऑफिस को अनावश्यक रूप से रिनोवेशन के नाम पर करोड़ों रुपए की राशि खर्च क रके जो राशि छात्रों के हित में व विश्ववि‌द्यालय की मूलभूत सुविधाओं को विकसित करने में खर्च की जा सकती थी इसका दुरुपयोग अनावश्यक कार्यों में करके भ्रष्टाचार किया गया है।

आवाज उठाने वालों को किया जा रहा प्रताडि़त
महानगर मंत्री मेहुल शर्मा ने बताया कि विश्ववि‌द्यालय में शिक्षा और संसाधनों के दुरुपयोग के खिलाफ आवाज उठाने वाले छात्रों को मानसिक रूप से प्रताडि़त किया जा रहा है,उनके अभिभावकों से माफ़ी मंगवायी जा रही है और उन्हें यह चेतावनी दी जा रही है कि अगर वे अपनी शिकायतों को सार्वजनिक करेंगे तो उनकी डिग्री खराब कर दी जाएगी।

नियुक्तियों में भी गड़बड़झाला
आरोप ये भी लगाया गया है कि विगत साल जो नियुक्तियां की गई। उसमें भी गड़बड़ी की गई है। उन्होंने बताया कि 23.12.2023 को आचार्य व सह-आचार्य के पद पर कुल 13 नियुक्तियाँ दी गई। नियुक्त किए गए अभ्यर्थियों (डॉ वाई के सिंह और जे के तिवारी) की औसत उम्र 58 वर्ष है। कुलपति ने इतने उम्रदराज लोगों का चयन कर न केवल विश्ववि‌द्यालय को क्षति पहुंचाई है अपितु राज्य सरकार को भी आर्थिक चोट दी है। डॉ सुजीत कुमार यादव को आचार्य के पद पर नियक्ति दी है जिन पर यूपीसीएआर लखनऊ में वित्तीय अनियमितताओं की जांच चल रही है और पुलिस वेरिफिकेशन नहीं होने के उपरांत भी चयन कर नियुक्ति दी गई,जो कि एक गंभीर जांच का विषय है।

एबीवीपी करेगी आन्दोलन
एग्रीविजऩ के प्रांत संयोजक नवीन चौधरी ने कुलपति पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां विश्ववि‌द्यालय का उ‌द्देश्य छात्रों की शिक्षा और शोध होना चाहिए,वहाँ कुछ प्रमुख अधिकारियों के व्यक्तिगत लाभ के लिए संस्थान को एक व्यापारिक संस्थान में बदल दिया गया है। विश्वविद्यालय परिसर के नज़दीक औ‌द्योगिक इकाइयों के सड़ांध मारते पानी व अपशिष्ट पदार्थों का ढेर लगा है जिसकी वजह से परिसर में रहने वाले वि‌द्यार्थियों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है। ये मामले शिक्षा क्षेत्र में बढ़ते भ्रष्टाचार और प्रशासनिक गैर जिम्मेदारी की ओर इशारा करता है,जिससे केंद्र व राज्य सरकार की क ार्यशैली पर प्रश्न चिन्ह लग रहे है,जिस पर त्वरित कार्यवाही की आवश्यकता है इन सभी माँगों व समस्याओं को लेकर विद्यार्थी परिषद कल से ज्ञापन प्रदर्शन व आ ंदोलन शुरू करने जा रही है। यदि समय रहते माँगे नहीं मानी गई और जाँच कमेटियाँ गठित नहीं की गई तो उग्र प्रदर्शन करते हुए संबंधित सभी महावि‌द्यालयों को आंदोलन में शामिल किया जाएगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी विश्ववि‌द्यालय कुलपति व प्रशासन की होगी। इस दौरान प्रांत कार्यसमिति सदस्य पूनम व महानगर एग्रीविजऩ संयोजक मानवेन्द्र सिंह उपस्थित रहे।