तहलका न्यूज,बीकानेर। नगर निगम में हमेशा किसी न किसी बात को लेकर विवादों में रहने वाले नगर निगम के पूर्व आयुक्त गोपालराम बिरदा को गोली से मारने देने का ऑडियो डेढ़ साल बाद फिर से वायरल होने रहा है। जो चर्चा का विषय बना हुआ है। बताया जा रहा है कि वार्ड 35 से निर्दलीय पार्षद मनोज विश्नोई ने करीब डेढ साल पहले निगम आयुक्त रहे गोपालराम बिरदा को इस प्रकार की धमकी फोन पर दी थी। जिसके बाद एकबारगी महौल गर्मा गया था और पार्षदों ने विश्नोई के साथ मिलकर बिरदा के खिलाफ मोर्चा भी खोला था। अचानक एक बार फिर इस प्रकार का ऑडियो वायरल होने से राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा रहा है। इसको लेकर अब तरह तरह की बातें भी होने लगी है। क्योंकि अब मनोज विश्नोई ने केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल के समक्ष भाजपा ज्वाइन कर चुके है और मेघवाल के चुनाव में विश्नोई ने अपने वार्ड में भाजपा के पक्ष में जबरदस्त वोटिंग भी करवाई। जिसके बाद ऐसा माना जा रहा है कि विश्नोई के विरोधियों को यह पच नहीं रहा है और वे इस ऑडियो को वायरल करवा रहे है। हालांकि सच्चाई क्या है,इसको लेकर विश्नोई ही तथ्यात्मक जानकारी दे पाएंगे। लेकिन जब हमारे संवाददाता ने विश्नोई से बात की तो उन्होंने इस बात को जरूर स्वीकार किया कि उनकी पूर्व आयुक्त बिरदा से अनबन हुई थी। इस अनबन के साक्षी कई कांग्रेस व भाजपा के पार्षद भी रहे।
महापौर व योग गुरू पर टिप्पणी को लेकर दी थी धमकी
बताया जा रहा है कि महापौर व योग गुरू विनोद जोशी पर अभद्र टिप्पणी को लेकर मनोज विश्नोई ने पूर्व आयुक्त गोपालराम बिरदा को मोबाइल फोन कर इसका उलाहना दिया तो बिरदा ने उल्टा जबाब दिया। जिस पर विश्नोई भड़क गये और उन्होंने बिरदा को अपनी बात को रिकार्ड करने का कहते हुए धमकी दी कि वे अपनी इस अभद्रता के लिये माफी मांगे नहीं तो वे गोली मार देंगे। जिसके बाद बिरदा ने पार्षद जावेद पडिहार,प्रतिपक्ष नेता प्रतिनिधि सुरेन्द्र डोटसरा,प्रतीक स्वामी,आनंद सिंह सोढ़ा सहित कई पार्षदों की पंचायत भी बुलाई और उस ऑडियो को सुनाया। इसके बाद सभी ने विश्नोई से समझाईश की। परन्तु विश्नोई अपनी बात पर अडिग रहे।
पूर्व मंत्री ने सर्किट हाउस में करवाया समझौता
अपने हठीले स्वभाव के लिये ख्यातनाम गोपाल राम बिरदा की इस हरकत का जब पूर्व मंत्री डॉ बी डी कल्ला को पता चला तो उन्होंने बिरदा व मनोज विश्नोई को सर्किट हाउस बुलाया। दोनों ने अपने आप को सही बताते हुए कल्ला के सामने सफाई दी। कल्ला ने बिरदा को नारी के सम्मान की सीख भी दी। पर अपने अकडू स्वभाव वाले बिरदा बाहर निकलते वैसे ही रवैये पर आ गये।