तहलका न्यूज,बीकानेर। इलाज करवाने के बाद अस्पताल के बिल का भुगतान करने की बजाय अस्पताल में तोडफ़ोड़ वाले मरीज ने आज सिविल न्यायाधीश संख्या तीन में बिल का बकाया भुगतान जमा करवाते हुए उनकी ओर से अस्पताल प्रबंधन के प्रति किये गये दुव्र्यवहार के लिये माफी मांगी है। इसको लेकर दिसम्बर में कोर्ट ने आदेश देते हुए आरोपी की पिकअप गाड़ी,कृषिभूमि अथवा मकान की कुर्की की वसूली के फरमान श्रीडूंगरगढ़ कोर्ट के सहायक नाजिर को दिए। जिसकी आज सुनवाई थी और सुनवाई के दौरान श्रीडूगरगढ़ के लिखमीदेसर वार्ड 9 निवासी मोडूराम ने अपनी गलती मानते हुए न्यायाधिपति के समक्ष माफी मांगी तथा आयुष्मान हार्ट केयर सेन्टर के बकाया 85 हजार रूपये जमा करवाएं।
यह है मामला
बताया जा रहा है कि 21 अगस्त 2023 मोडूराम आयुष्मान हार्ट केयर सेन्टर में भर्ती हुआ। जिसका ऑपरेशन चिकित्सक डॉ बी एल स्वामी ने किया। जिसको स्वास्थ्य लाभ उपरान्त 25 अगस्त को छुट्टी दे दी गई और शेष राशि 77 हजार रूपये जमा करवाने के लिये परिजनों को कहा गया। रूपये जमा नहीं करवाने को लेकर परिजनों ने अस्पताल में हो हल्ला कर तोडफ़ोड़ की और अपने मरीज को घर ले गये। मरीज के परिजनों ने चिकित्सा एवं स्वास् थ्य विभाग में शिकायत दर्ज करवाई कि अस्पताल में चिरंजीवी योजना होने के बाद भी मरीजों को इसका लाभ नहीं दिया जा रहा। जिसके पश्चात विभाग की ओर से जांच पड़ताल में स्पष्ट हो गया कि उस समय आयुष्मान हार्ट केयर सेन्टर में चिरंजीवी योजना बंद हो चुकी थी। जिसके चलते किसी भी मरीज को इसका लाभ नहीं मिल रहा था। अस्पताल प्रबंधन ने बकाया भुगतान को लेकर 29 अगस्त 23 को ही कोर्ट में परिवाद पेश कर दिया था। जिस पर कोर्ट ने 7 दिसम्बर को एक आदेश देकरश्रीडूगरगढ़ के लिखमीदेसर वार्ड 9 निवासी मोडूराम को 77840 रूपये जमा करवाने के निर्देश दिए। रूपये जमा न करवाने पर संपति सहित पिकअप गाड़ी की कुर्की से वसूली के आदेश दिए।