



तहलका न्यूज़,बीकानेर । अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एसपी मेडिकल कॉलेज परिसर में एक विशाल योग कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें बीकानेर के चिकित्सा जगत से सभी चिकित्सकों ने हिस्सा लिया। हृदय रोग विशेषज्ञ डॉ. पिंटू नाहटा, ऋषिका व्यास एवं उनकी टीम के मार्गदर्शन में लगभग 400 डॉक्टरों ने एक साथ योगासनों का अभ्यास किया। इस दौरान डॉ. नाहटा ने योग प्रोटोकॉल के तहत विभिन्न आसनों का अभ्यास करवाया तत्पश्चात उन्होनें सर्वांगआसन हलासन शीर्षासन अर्द्धमत्स्यासन पश्चिमोत्सासन तथा मयुरासन आदि प्रमुख 10 योग मुद्राएं प्रस्तुत की जिससे समस्त चिकित्सकों में नियमित योगाभ्यास करने का संदेश गया।डॉ. नाहटा ने उपस्थित डॉक्टरों को नियमित योग अभ्यास को अपनी दिनचर्या में शामिल करने की सलाह दी।कार्यक्रम को सफल बनाने में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. गुंजन सोनी का विशेष सहयोग रहा। डॉ. सोनी ने कहा कि योग एक प्राचीन भारतीय चिकित्सा पद्धती है, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करता है। उन्होंने इस आयोजन में भाग लेने वाले सभी डॉक्टरों की सराहना की और इसे एक स्वस्थ समाज की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया। डॉ. महेश शर्मा ने योग को परामात्मा से जुड़ा बताया। डॉ. देवेन्द्र अग्रवाल ने योग का विकसित करने के सुझाव दिए। डॉ. राहुल हर्ष ने कार्यक्रम में उपस्थिति के लिए सभी चिकित्सक संगठनों, नर्सिंग संगठन एवं रेजिडेण्ट डॉक्टर्स एसोसिएशन सहित आईएमए का आभार व्यक्त किया ।इस अवसर पर वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. एम साबिर, डॉ. अशोक सिंघल, डॉ. अशोक परमार, पीबीएम अधीक्षक डॉ. सुरेंद्र वर्मा, आईएमए से डॉ. हरमीत, डॉ. अनंत, आरएमसीटीए के डॉ. विनोद छींपा, डॉ. मनोहरलाल दवा, डॉ. जगदीश कूकणा, डॉ. रामगोपाल कुमावत, डॉ. सुशील फलोदीया, डॉ. बीएल खजोटीया, डॉ. स्वाती कोचर, डॉ. संदीप गुप्ता, डॉ. भूपेंद्र शर्मा, डॉ. नीति शर्मा आरडीए बीकानेर अध्यक्ष डॉ. सचिन देसाई, डॉ. मोहम्मद अबरार,सीएमएचओ पुखराज साध, जिला अस्पताल के अधीक्षक डॉ. सुनील हर्ष, गंगशहर सेटेलाइट अस्पताल के अधीक्षक डॉ. मुकेश वाल्मीक, टीबी क्लिनिक प्रभारी डॉ. सीएस मोदी , प्राचार्य के निजी सचिव विनय गोस्वामी सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम में सामूहिक योग सत्र के साथ-साथ योग के लाभों पर चर्चा भी की गई, जिसने सभी प्रतिभागियों में उत्साह का संचार किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ. मिनाक्षी झाखड़ ने किया। यह आयोजन न केवल डॉक्टरों को योग के प्रति जागरूक करने में सफल रहा, बल्कि आमजन को भी स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करने का एक सशक्त माध्यम बना