तहलका न्यूज,बीकानेर। महाराजा गंगा सिंह विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग में वीर दुर्गादास राठौड़ की जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। सर्वप्रथम विभाग के सदस्यों द्वारा दुर्गादास राठौड़ की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलित कर पुष्पांजलि अर्पित की गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए इतिहास विभाग की विभागाध्यक्ष डाॅ.मेघना शर्मा ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत मातृभाषा उन्नयन,स्थानीय शासकों द्वारा बाहरी शक्तियों के प्रति प्रतिरोध का इतिहास पढ़ना पढ़ाना आज वक्त की ज़रूरत है और भारतीय जान परंपरा के स्रोतों का अध्ययन हमारे वीर शासकों की जीवनियां प्रमुखता से प्रस्तुत करती है।विशिष्ट अतिथि डाॅ.प्रभुदान चारण ने बताया कि वीर दुर्गादास का व्यक्तित्व महान गुणों से परिपूर्ण था जिनकी वीरता की कहानियां पढ़कर अनायास ही देशप्रेम का भाव मन में जागता है।कार्यक्रम का संचालन करते हुए अतिथि शिक्षक डाॅ.मुकेश हर्ष द्वारा विषय प्रवर्तन किया गया।संगोष्ठी के आयोजन में छात्र विक्रम सिंह,योगेन्द्र सिंह,बेरीसाल सिंह आदि विद्यार्थियों का विशेष योगदान रहा।अतिथि शिक्षक खुशाल पुरोहित ने कहा कि मध्यकालीन इतिहास लेखन के विभिन्न पहलुओं पर भिन्न भिन्न लेखकों के विचार विद्यार्थियों को वीर पुरुषों पर केंद्रित इतिहास को और स्पष्टता से समझने में मदद कर सकता है।इस अवसर पर डाॅ.रितेश व्यास,डाॅ.गोपाल कृष्ण व्यास,जसप्रीत सिंह,रिंकू जोशी,किरण,तुलछाराम,तेजपाल भारती,बजरंग कलवानी के साथ भारी संख्या में विद्यार्थी उपस्थित रहे।